भाजपा विधायक अब दिखेंगे सोशल मीडिया पर, सीएम व सरकार के काम साझा करेंगे
RNE Network
केंद्रीय मंत्रियों की तर्ज पर अब राज्य के भाजपा विधायक भी हर दिन ही नहीं दिन में कई बार सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर नजर आयेंगे। जिस तरह केंद्रीय मंत्री पीएम नरेंद्र मोदी व केंद्र सरकार के निर्णयों, आयोजनों, घोषणाओं को प्रचारित करते दिखते है, उसी तरह का काम राज्य के भाजपा विधायक और मंत्री भी करेंगे। वे भी सीएम के कार्यक्रमों, घोषणाओं, सरकार की योजनाओं, नीतियों, अपने क्षेत्र में राज्य सरकार की तरफ से कराए जा रहे विकास कार्यों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर प्रचारित करते नजर आयेंगे। सरकार के विभाग भी ये काम करेंगे।
सीएम भजनलाल शर्मा ने तीन दिन तक लगातार संभागवार विधायकों की बैठकें की। हर विधायक की बात सुनी। उनकी मांगों को जाना और उनकी शिकायतों पर भी गौर किया। अनेक विधायकों को इस बात की शिकायत थी कि मंत्री उनकी नहीं सुनते। उनके बताए काम नहीं करते। एक काम के लिए कई कई बार उनको कहना व मिलना पड़ता है। सीएम ने मंत्रियों से कहा कि वे विधायकों के बताए काम प्राथमिकता से करें। विधायक उनके विभाग से सम्बंधित कुछ भी कहे तो उसे गम्भीरता से लेकर त्वरित गति से बात का निष्पादन करे।
इन सब बातों के बाद सीएम ने विधायकों को अपनी अपेक्षाएं भी बताई। सीएम का कहना था कि हमने पहले बजट में जो घोषणाएं की थी, उनमें से कई पूरी हो गई, कई का काम शुरू हो गया, कई की स्वीकृतियां हो गई। मगर यह बात जनता तक नहीं पहुंच रही। जिसका दुष्परिणाम यह है कि विपक्षी दल सोशल मीडिया पर झूठ बताकर सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उनका ये काम अधिक इसलिए दिखता है, क्योंकि हमारी तरफ से इस प्लेटफॉर्म पर सच को रखा नहीं जा रहा। हमारे अच्छे काम भी लोगों तक नहीं पहुंच रहे।
आज हर आदमी सोशल मीडिया के किसी न किसी प्लेटफॉर्म से जुड़ा है। इस कारण हमें भी इस माध्यम का पूरा उपयोग करना चाहिए। सीएम ने इस प्लेटफॉर्म पर सक्रिय होने व निरंतर सक्रिय रहने की बात अपने मंत्रियों व विधायकों से कही। इसके लिए सबके सामने केंद्र सरकार व उनके मंत्रियों की नजीर भी रखी।
सीएम के कहने के बाद सभी विधायकों ने सोशल मीडिया पर अब सक्रिय रहने की हामी भी भरी है। अब आने वाले समय में राज्य सरकार, सीएम, राज्य के मंत्रियों व विधायकों की गतिविधियों की अधिकतर जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी लोगों को मिलेगी।
सीएम का कहना भी कुछ हद तक सही है। अभी राज्य सरकार ने गहलोत सरकार की तरफ से बनाये गए 3 संभागों व 9 जिलों को समाप्त कर दिया। जिस पर कांग्रेस ने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर बवाल खड़ा कर दिया। परिणाम स्वरूप जहां जहां जिले व संभाग समाप्त हुए, वहां आंदोलन खड़ा हो गया है। सरकार के पास इन संभागों व जिलों को समाप्त करने के प्रयाप्त कारण है, फिर भी वो इन प्लेटफॉर्म के जरिये लोगों के सामने रख नहीं सकी। तब विपक्ष की बातें ही ज्यादा प्रचारित हुई। इसे भाजपा व सरकार की कमजोरी के रूप में देखा जा रहा है।
कुल मिलाकर अपनी सरकार के बारे में राज्य के लोगों को जानना है तो उनको भी सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय होना पड़ेगा।
मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ के बारे में
मधु आचार्य ‘आशावादी‘ देश के नामचीन पत्रकार है लगभग 25 वर्ष तक दैनिक भास्कर में चीफ रिपोर्टर से लेकर कार्यकारी संपादक पदों पर रहे। इससे पहले राष्ट्रदूत में सेवाएं दीं। देश की लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में आचार्य के आलेख छपते रहे हैं। हिन्दी-राजस्थानी के लेखक जिनकी 108 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। साहित्य अकादमी, दिल्ली के राजस्थानी परामर्श मंडल संयोजक रहे आचार्य को अकादमी के राजस्थानी भाषा में दिये जाने वाले सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका हैं। राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सर्वोच्च सूर्यमल मीसण शिखर पुरस्कार सहित देशभर के कई प्रतिष्ठित सम्मान आचार्य को प्रदान किये गये हैं। Rudra News Express.in के लिए वे समसामयिक विषयों पर लगातार विचार रख रहे हैं।