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BSNL बंद होने की कगार पर , ग्राहक दूर होने का बताया कारण

RNE, NATIONAL BUREAU

सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल बंद होने के कगार पर है। बीएसएनल एम्पलॉइज यूनियन ने सरकार से बीएसएनएल का अस्तित्व बचाने के की गुहार लगाई है। सरकारी दूरसंचार कंपनी के कर्मचारियों के संगठन बीएसएनएल एम्पलॉइज यूनियन ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजे एक लेटर में कई मुद्दे उठाया है।

यूनियन का कहना है कि भारी संख्या में ग्राहक बीएसएनल को छोड़कर जा रहे हैं। बकौल यूनियन, बीएसएनएल के ग्राहक हाई स्पीड डेटा सर्विस के अभाव में दूर जा रहे हैं, जिससे सरकारी कंपनी के सामने अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है।

ये बताया ग्राहक दूर होने का कारण

लिखे गए पत्र में यूनियन ने इसके लिए टीसीएस को जिम्मेदार बताया है। दरअसल बीएसएनएल पिछले कुछ समय से 4जी सेवाएं बहाल करने की दिशा में काम कर रही है।

तेज प्रतिस्पर्धा वाले दूरसंचार क्षेत्र में टिके रहने के लिए तेज डेटा सर्विस काफी जरूरी है. एयरटेल, जियो, वोडाफोन आइडिया जैसी निजी दूरसंचार कंपनियां 5जी सेवाएं देना शुरू कर चुकी हैं।  ऐसे में बीएसएनएल के पास 4जी सर्विस के भी नहीं होने से ग्राहक पलायन कर रहे हैं।

कम हुए करोड़ों ग्राहक

लेटर में एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देकर बताया गया है कि ग्राहक किस तरह से बीएसएनएल से दूर जा रहे हैं।  लेटर के अनुसार, मार्च 2024 में समाप्त हुए पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1.8 करोड़ ग्राहक बीएसएनएल से दूर हो गए।

उनमें से 23 लाख ग्राहक अकेले मार्च महीने में बीएसएनल को छोड़कर चले गए।  इससे पता चलता है कि सरकारी बीएसएनएल के सामने उपस्थित संकट गंभीर है।  यूनियन ने फिर से सुझाव दिया है कि बीएसएनएल को फिलहाल वोडाफोन आइडिया के नेटवर्क को यूटिलाइज कर 4जी सेवाओं की शुरुआत करनी चाहिए।