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Bank License Cancelled : आरबीआई ने इस बैंक का लाइसेंस किया रद्द, करोड़ों रुपये डूबने का खतरा...

खाताधारकों के करोड़ों रुपये डूबने का खतरा मंडरा गया है और लोगों में इस बैंक से रुपये निकालन के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। हालांकि आरबीआई की तरफ से एक लिमिट के तौर पर बैंक खाता धारकों के रुपये वापस लौटाए जा रहे है, लेकिन जिनके लिमिट से ज्यादा राशि है उनकी राशि खत्म हो गई है।
 

Bank License Cancelled: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बैंक का लाइसेंस रद्द करते ही इसके खाताधारकों में हड़कंप मचा हुआ है। जहां पर खाताधारकों के करोड़ों रुपये डूबने का खतरा मंडरा गया है और लोगों में इस बैंक से रुपये निकालन के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। हालांकि आरबीआई की तरफ से एक लिमिट के तौर पर बैंक खाता धारकों के रुपये वापस लौटाए जा रहे है, लेकिन जिनके लिमिट से ज्यादा राशि है उनकी राशि खत्म हो गई है।

बैंक में जिस भी व्यक्ति का खाता था उसमें जमा राशि को लौटाया जा रहा है, लेकिन यह राशि केवल पांच लाख रुपये तक ही दी जा रही है। अगर किसी व्यक्ति की पांच लाख रुपये से ज्यादा राशि थी, उनको भी केवल पांच लाख रुपये तक ही दिए जा रहे है। 


आपको बता दे कि आरबीआई द्वारा करवार अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के लाइसेंस के नोटिस जारी कर दिया है। आरबीआई द्वारा यह नोटिस 23 जुलाई को जारी किया है। बैंक का लाइसेंस रद्द होते ही उसके खाताधारकों में हड़कंप मच गया, लेकिन वहां पर बैंक के बंद होने का नोटिस मिला।

आरबीआई ने नोटिसी जारी करते हुए कहा कि कर्नाटक के करवार अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक (Karwar Urban Co-operative Bank) के पास उपभोक्ताओं की राशि लौटाने के लिए पर्याप्त पूंजी ही नहीं थी और न ही भविष्य में पूंजी आने का कोई प्लान था। इसलिए बैंक की कमाई कम थी और देनदारी ज्यादा थी। इसलिए बैंक दीवालिया होने की स्थिति में पहुंच गया था। 

आरबीआई बैंक की संपत्तियों को बेचेगा 


करवार अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक को बंद करने के आदेश के साथ ही आरबीआई द्वारा लिक्विडेटर (liquidator) नियुक्त किया  गया है। यह लिक्विडेटर अब बैंक की संपत्तियों को बेचकर बैंक की देनदारियां को निपटान करेगा। 

पांच लाख रुपये तक की राशि वालों को नहीं चिंता 


आरबीआई द्वारा बंद किए गए बैंक में जिन खाताधारकों की राशि पांच लाख रुपये तक है, उनको डरने की जरूरत नहीं है। उन लोगों की राशि सरकार की तरफ से DICGC (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) की तरफ से लौटाई जाएगी। आरबीआई के अनुसार इस बैंक में जिन लोगों के खाते है उसमें से 93 प्रतिशत की राशि पांच लाख रुपये तक की है। जबकि लगभग सात प्रतिशत खाताधारकों की पूंजी पांच लाख रुपये से अधिक है। ऐसे लोगों के लिए चिंता का विषय है