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Cryptocurrency Decline : क्रिप्टो करेंसी के लिए ट्रंप बने मुसीबत, बड़े निवेशकों के मुनाफा वसूली से क्रिप्टो में भारी गिरावट 

एक सप्ताह में बिटकॉइन में तीन प्रतिशत, ईथर में 6 प्रतिशत व सोलाना टोकन में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है

 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रैरिफ को लेकर पूरी दुनिया की वैश्विक हलचल मचाई है। ट्रंप द्वारा काफी ऊंचे ट्रैरिफ लगाने से कई देशों की करेंसी व शेयर मार्केट में गिरावट देखी जा रही है। पहले जहां निवेशक शेयर मार्केट से मुनाफा वसूली कर रहे थे और उसके कारण उसमें गिरावट देखी जा रही थी। वैश्विक आर्थिक हलचल के बीच में ट्रंप ने क्रिप्टो करेंसी के लिए भी मुसीबत को बढ़ा दिया है।

पहले जहां क्रिप्टो करेंसी लाइफ टाइम हाई पर चल रही थी और प्रतिदिन कई प्रतिशत की वृद्धि होती थी, लेकिन ट्रंप के ट्रैरिफ वार के बाद बड़े निवेशक क्रिप्टो करेंसी से भी दूरी बनाने लगे है और मुनाफा वसूली करने लगे है। क्रिप्टो करेंसी में प्रॉफिट बुकिंग का असर बिटकाइन के साथ सभी क्रिप्टो करेंसी के रेट में दिखाई दे रहा है।  जहां से तीन से छह प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है।

अगर ऐसा ही चलता रहा तो क्रिप्टो करेंसी में ओर गिरावट देखने को मिल सकती है। ट्रंप के ट्रैरिफ को लेकर प्रतिदिन आ रहे नए-नए बयानों ने निवेशकों में संशय बना दिया है और इसका असर क्रिप्टो करेंसी भी दिखाई दे रहा है। अमेरिका ने पूरी दुनिया के देशों पर दस प्रतिशत से लेकर 41 प्रतिशत का ट्रैरिफ लगाया है। इससे पूरी दुनिया में  महंगाई बढ़ने और फेडरल रिजर्व की रेट कट करने की क्षमता बढ़ गई है। जोखिम बढ़ने का सेंटिमेंट तेज हो होने से निवेशकों ने क्रिप्टो एसेट में मुनाफा वसूली शुरू की है। 

पिछले सप्ताह क्रिप्टो में आई इतनी गिरावट 

ट्रंप ने पिछले सप्ताह ही कई देशों के ऊपर भारी भरकम ट्रैरिफ लगाया है। इसका असर जहां प्रत्येक देश की करेंसी पर दिखाई दिया, वहीं इसका असर क्रिप्टो पर दिखाई दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार पिछले सप्ताह बिटकॉइन की कीमत तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। जबकि पिछले एक माह में 3.18 प्रतिशत की तेजी से वृद्धि हुई थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह में ही इसमें इतनी ही गिरावट दर्ज की गई।

विशेषज्ञों की माने तो बिटकाइन ने पिछले एक साल में 87.52% की वृद्धि की थी और पिछले माह ही अपने जीवन के सबसे हाई रेट पर पहुंच गई थी। इसके बाद इसमें निवेश करने की होड़ लग गई, लेकिन अब बड़े निवेशक धीरे-धीरे करके बिटकाइन से राशि निकालने लगे है।

अकेले बिटकाइन ही नहीं ऐसो ही हाल ईथर और सोलाना टोकन का है। जहां पर पिछले सप्ताह ईथर में 6 प्रतिशत व सोलाना टोकन में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट ने लंबी अवधि की कीमतों में गिरावट की लहर पैदा की है। 

क्या कहना है कि विशेषज्ञों का 

मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे जोखिम घटाने (डी-रिस्किंग) के दौर में क्रिप्टो को नुकसान पहुंचता है क्योंकि निवेशक ऐसी अस्थिर एसेट में से सबसे पहले और सबसे ज्यादा पैसे निकालते हैं। ट्रंप के ट्रैरिफ का भी असर इस पर दिखाई दे रहा है। कुछ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जुलाई में क्रिप्टोकरेंसी में अच्छे खासे इन्फ्लो के बाद अगस्त की शुरुआत में ये गिरावट अच्छी है। क्रिप्टो रिसर्च प्लेटफॉर्म ड्योर के सीईओ बेन कुरलैंड के मुताबिक मार्केट किसी संकट पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं।