अंबानी के ऋण खातों में मिला फ्राड, आरबीआइ को रिपोर्ट करेगा एसबीआइ
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) के 31,580 करोड़ रुपये डूबने के कगार पर पहुंच गए है, क्योंकि दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस को दिए गए ऋण की जांच में धोखाधड़ी मिली है। दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस को दिए गए लोन को अब स्टेट बैंक आफ इंडिया ने धोखाधड़ी की श्रेणी में रखने का निर्णय लिया है।
इसके लिए स्टेट बैंक आफ इंडिया की तरफ से रिपोर्ट भी तैयार कर ली है। अब बैंक की तरफ से यह रिपोर्ट बनाकर आरबीआई को भेजेगा, ताकि वह भी इसको धोखाधड़ी की श्रेणी में रख ले और आरबीआइ की तरफ से उनको राहत मिल सके। स्टेट बैंक आफ इंडिया अब दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के ऋण खाते को धोखाधड़ी के रूप में वर्गीकृत किया है और इसके लिए दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के पूर्व निदेशक अनिल अंबानी का नाम आरबीआइ को रिपोर्ट करने का फैसला किया है।
दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस की तरफ से शेयर बाजार को सूचना दी है कि ऋण खाते को धोखाधड़ी की श्रेण में रखने के लिए एसबीआइ की तरफ से उनको 23 जून, 2025 का एक पत्र मिला है। जानकारी के अनुसार रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों को बैंकों से कुल 31,580 करोड़ रुपये का कर्ज मिला था। स्टेट बैंक आफ इंडिया की तरफ से इस ऋण को धोखाधड़ी पहचान समिति के सामने रखा था।
जहां पर धोखाधड़ी पहचान समिति के सामने आया कि ऋण के उपयोग में गड़बड़ी की गई है। एसबीआइ ने बताया कि रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसके पूर्व निदेशक अनिल अंबानी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि एसबीआइ ने कंपनी के ऋण खाते को ‘धोखाधड़ी’ के रूप में रिपोर्ट करने और आरबीआइ के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार अनिल अंबानी का नाम केंद्रीय बैंक को भेजने का फैसला किया है।