Gold prices today : सोने के भाव में भारी गिरावट, लगातार दूसरे दिन भी गिरावट
विश्व में बनी वैश्विक अनिश्चिता के चलते सोने में दामों में लगातार बढ़ रहे थे, लेकिन अब सोने की चमक कमजोर पड़ने लगी है। रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित शांति समझौते के बाद से सोने के दामों में लगातार गिरावट आ रही है। जहां पर सोना के रेट एक लाख से ऊपर चल रहे थे, लेकिन पिछले दो दिनों से सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमत्त तीन हफ्तों में सबसे कम रह गई है। वीरवार को भी सोने के भाव में 200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई। जहां पर सोने के भाव 99100 रुपये के आसपास चल रहे है। 15 अगस्त को ट्रम्प और पुतिन की मुलाकात से सोने के दाम एमसीएक्स पर 1,250 रुपए यानी 1.25% गिर चुके हैं।
कोटक सिक्युरिटीज में एवीपी कमोडिटी रिसर्च कायनात चैनवाला कहती हैं कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें गिरकर 3,315 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। इसकी मुख्य वजह डॉलर का मजबूत होना और रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के प्रयासों के बीच सुरक्षित निवेश की मांग में कमी आना है।
इसके अलावा, बोते हफ्ते अमेरिकी पीपीआई (उत्पादक मूल्य सूचकांक) के अनुमान से अधिक गर्म आंकड़े आने के बाद से ही सोने पर दबाव है। इसका मतलब यह हुआ कि वस्तुओं और सेवाओं को बनाने की लागत उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। यह इस बात का संकेत है कि अमेरिकी बाजार में महंगाई बढ़ रही है इससे फेड द्वारा बड़े रेट कट की उम्मीदें घट गई हैं।
वीरवार को भी भारतीय बाजार में सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई। जहां पर वीरवार दोपहर तक सोने के दाम 99100 रुपये रहे। वीरवार को भी सोने में 200 रुपये से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में आने वाले समय में सोने के दामों में कमी की उम्मीद जताई जा रही है।
चांदी में साल की छठी बड़ी गिरावट, 1 दिन में 2,431 रु. सस्ती, अब 1,11,194 रु. किलो
घरेलू बाजार में 24 कैरेट सोना 222 रु. सस्ता हुआ, कीमत 99,168 रु. प्रति 10 ग्राम पर आई। एक हफ्ते में चांदी 4,081 रु. किलो सस्ती हुई। अब एक किलो चांदी 1,11,194 रु. की है।
इस हफ्ते दो फैक्टर से तय होगा सोना एक लाख के ऊपर जाएगा या गिरावट शुरू होगी
अगले दो-तीन दिन में जियो पॉलिटिकल संकट को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सकती है। ट्रम्प, पुतिन और जेलेंस्की के बीच संभावित शांति बैठक पर नजर रहेगी। यदि करार होता है, तो सोने की कीमतों पर दबाव बनेगा। इजराइल-गाजा तनाव में भी शांति के संकेत हैं।
फेड की बैठक
इस सप्ताह जैक्सन होल में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल का भाषण सोने की कीमतों की दिशा तय करेगा। अगर फेड का रुख कठोर रहता है और वह ब्याज दरों को ऊंचा बनाए रखने के संकेत देता है, तो सोना कमजोर होगा। यदि दरें घटने का टेंड दिखा तो तेजी आ सकती है।