राजस्थान स्टेट गैस लिमिटेड की कार्यप्रणाली की हुई सराहना, सालाना कारोबार 100 करोड़ पार
Sep 4, 2025, 16:04 IST
RNE Jaipur.
महालेखाकार ऑडिट द्वितीय श्री रामावतार शर्मा ने कहा है कि बेहतर कार्य परिणामों के साथ ही सरकारी गैरसरकारी संस्थाओं को सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि आधारभूत ढांचे से विकसित क्षेत्रों के नागरिकों को हरित उर्जा को बढ़ावा देने के लिए आगे आकर सीएनजी, डीपीएनजी जैसी सुविधाओं से जुड़ना होगा। उन्होंने सीएनजी संस्थाओं को भी आधारभूत ढांचा विकसित करने के काम में तेजी लाने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
महालेखाकार ऑडिट द्वितीय श्री रामावतार शर्मा के नेतृत्व में आज दल के सदस्यों ने राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम राजस्थान स्टेट गैस लि. की कार्यप्रणाली को समझा और आरएसजीएल की कार्यप्रणाली और वित्तीय अनुशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि तकनीक के उपयोग से कार्य में पारदर्शिता के साथ ही गुणवत्ता और उपभोक्ताओं तक बेहतर सेवाएं उपलब्ध हो पाती है और राजस्थान स्टेट गैस द्वारा तकनीक के उपयोग का ही परिणाम है कि बेहतर परिणाम प्राप्त होने लगे हैं। उन्होेंने कहा कि ऑडिट प्रक्रिया कार्यप्रणाली में सुधार और परिणामों को और अधिक बेहतर लाने में सहायक होती है।
राजस्थान स्टेट गैस के प्रबंध निदेशक श्री रणवीर सिंह ने बताया कि राजस्थान गैस का वार्षिक कारोबार 100 करोड़ को पार कर गया हैं वहीं कोटा में ही 50 हजार से अधिक घरों के लिए आधारभूत सुविधा विकसित कर दी है। उन्होंने बताया कि वाहनों के लिए सीएनजी, घरेलु उपभोक्ताओं के लिए डीपीएनजी सेवाएं, औद्योगिक प्रतिष्ठानों और व्यावसायिक संस्थाओं को प्राकृतिक गैस सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
श्री रणवीर सिंह ने बताया कि नीमराना में एलएनजी पंप स्टेशन की स्थापना राजस्थान के और आरएसजीएल की बड़ी उपलब्धी होगी। उन्होंने बताया कि तकनीक का उपयोग करते हुए पेपरलेस सेवाएं उपलब्ध कराने से कार्य में पारदर्शिता और उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ा है।
चर्चा के दौरान महालेखाकार कार्यालय से उपमहालेखाकार एएमजी प्रथम श्री विनोद परिहार, वरिष्ठ ऑडिट अधिकारी श्री अमित गोयल, सचिव महालेखाकार श्री गौरव प्रजापत, राजस्थान गैस से उपमहाप्रबंधक श्री विवेक रंजन, कंपनी सचिव विनिता सोनी, मीडिया प्रभारी श्री राजेन्द्र शर्मा ने भी हिस्सा लिया।