RBI की स्कीम बैंक एफडी से ज्यादा दे रही ब्याज, शेयर बाजार के जोखिम के बिना सुरक्षित रिटर्न दे रही
बैंक द्वारा एफडी पर सात प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है, लेकिन आरबीआई की एफआरएसबी स्कीम 8.05 प्रतिशत ब्याज दे रहा
भारतीय रिर्जव बैंक आफ इंडिया यानी RBI ने निवेशकों के लिए धांसू स्कीम चलाई जा रही है। आरबीआई की यह योजना शेयर बाजार के जोखिम के बिना बैंकों द्वारा की जा रही एफडी से ज्यादा ब्याज दर दी जा रही है। आरबीआई की यह योजना अब भी बैंक एफडी से एक प्रतिशत से ज्यादा ब्याज दे रहा है। शेयर बाजार के जोखिम के बिना सुरक्षित रिटर्न पाने के इच्छुक निवेशक इस योजना में निवेश कर सकते है।
आरबीआई की फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड (एफआरएसबी) के सुरक्षित स्कीम है। हालांकि आरबीआई द्वारा इसमें निवेश करने पर कुछ नियम भी बनाए है। जिसमें निवेशकों को इन नियमों का पालन करना पड़ेगा, लेकिन इस स्कीम के तहत आरबीआई द्वारा हर छह माह में निवेश करने पर बैंक की एफडी से ज्यादा ब्याज दिया जाएगा। आरबीआई की यह स्कीम 7 साल की और रुपये निवेश करने पर सात साल तक लॉक करना होगा।
आरबीआई की इस स्कीम की मौजूदा ब्याज दर 8.05 प्रतिशत है। यह राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) दर प्लस 0.35 प्रतिशत स्प्रेड से जुड़ी है। एफआरएसबी अब इसलिए लोकप्रिय हो रहे हैं, क्योंकि ये कई बैंकों की एफडी की तुलना में बेहतर रिटर्न की पेशकश करते हैं। शीर्ष बैंक एफडी पर लगभग 7 प्रतिशत ब्याज देते हैं, लेकिन एफआरएसबी सॉवरेन गारंटी के साथ ज्यादा रिटर्न देते हैं।
यहां से खरीद सकते हैं आरबीआई की स्कीम
आरबीआई के फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे ऑधराइज्ड बैंकों के माध्यम से ऑनलाइन खरीदा जा सकता है। निवेशक के पास पैन कार्ड होना अनिवार्य है। न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये है। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। एफआरएसबी से प्राप्त ब्याज टैक्सेबल है और स्रोत पर कोई टीडीएस नहीं लगता है। इन बॉन्ड्स की ट्रेडिंग नहीं होती है।
मुख्य विशेषताएं और प्रतिबंध
एफआरएसबी से प्राप्त ब्याज कर योग्य है और स्रोत पर कोई टीडीएस नहीं लगता। इन बॉन्डों का व्यापार या हस्तांतरण नहीं किया जा सकता है, और निर्दिष्ट वरिष्ठ नागरिक श्रेणियों को छोड़कर, समय से पहले निकासी की अनुमति नहीं है।