Rupee Rate Hike Update: रुपया आज 42 पैसे हुआ मजबूत, डॉलर में आई गिरावट, देखिए नई कीमतें
Indian Currency Price Hike: अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय करेंसी रुपए में आज डॉलर के मुकाबले 42 पैसे की मजबूरी देखी गई है। इससे पहले सोमवार को रुपए की कीमतों (Rupees price) में 23 पैसे की गिरावट दर्ज की गई थी। सोमवार से पहले लगातार तीन कारोबारी दिनों में रुपए की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
सोमवार को रुपए की कीमतों में मामूली गिरावट के बाद आज एक बार फिर 42 पैसे की मजबूती (Rupee rate hike update) के साथ रुपया डॉलर के मुकाबले 85.34 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वैश्विक कारोबारियों द्वारा भारतीय करेंसी रुपए में आज 42 पैसे की बढ़ोतरी को जबरदस्त उछाल के रूप में देखा जा रहा है। 30 जून को मामूली गिरावट के बाद आज 1 जुलाई मंगलवार को रुपया एक बार फिर अपने पुराने रंग में लौट आया है।
फेडरल फेड पॉलिसी पर ट्रंप के प्रभाव के कारण डॉलर हुआ कमजोर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उलट-पुलट फैसलों के चलते इन दोनों वैश्विक बाजार में उथल-पुथल मची हुई है। सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के एमडी अमित पबारी के अनुसार, फेडरल फेड पॉलिसी पर ट्रंप के प्रभाव के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार के निवेशकों में घबराहट पैदा हो गई है। जिसका असर डॉलर इंडेक्स (Dollar index) पर भी देखने को मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अजीबोगरीब फसलों से डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है। उनके अनुसार डॉलर रुपये को 85.20-85.40 के आसपास समर्थन मिलने का अनुमान है।
डॉलर कर रहा है 96.61 के अपने निचले स्तर पर कारोबार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक हस्तक्षेप से वैश्विक बाजार में मच्छी उथल-पुथल और निवेशकों में घबराहट का असर डॉलर पर देखने को मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक तरफ जहां विपरीत परिस्थितियों के बावजूद रुपए की कीमतें (Rupees rate hike update) तेज हो रही हैं, वहीं डॉलर के दाम लगातार कमजोर होते जा रहे हैं।
भारतीय करेंसी रुपया (Indian currency rupees) आज 42 पैसे की मजबूती के साथ डॉलर के मुकाबले 85.34 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा फेड चेयर जेरोम पॉवेल को बदलने की खबरों के सामने आने से डॉलर की कीमतों पर विपरीत असर देखने को मिला है। वैश्विक बाजार में मछली उत्तर-पुथल के चलते अमेरिकी करेंसी इंडेक्स कई महीनों से 96.61 के निचले स्तर पर पहुंच गया है।