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Silver Fall : चांदी के रेटों में भारी गिरावट, सिल्वर ईटीएफ में 15 प्रतिशत तक भाव हुए कम 

फिजिकल सिल्वर की सप्लाई घटने से हाजिर बाजार में वायदा बाजार के मुकाबले चांदी का प्रीमियम 30,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया था। मुंबई में तो चांदी की कीमतें 2,00,000 रुपए के पार निकल गई थी, जो अब 170000 रुपए के करीब है

 

पिछले तीन कारोबारी सत्रों में चांदी के एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) की रफ्तार फीकी पड़ी है, जिससे इनमें तेजी का सिलसिला थम गया है। ग्लोबल बाजार और एमसीएक्स पर चांदी की कीमतों में आई बड़ी गिरावट के कारण पिछले तीन दिन में सिल्वर ईटीएफ में औसतन 15 प्रतिशत की गिरावट आई है।

इससे पहले लगातार तेजी के कारण इन ईटीएफ की कीमतें उनके शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) से काफी ऊपर पहुंच गई थीं। फिजिकल सिल्वर की सप्लाई घटने से हाजिर बाजार में वायदा बाजार के मुकाबले चांदी का प्रीमियम 30,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया था। मुंबई में तो चांदी की कीमतें 2,00,000 रुपए के पार निकल गई थी, जो अब 170000 रुपए के करीब है, जबकि एमसीएक्स पर कीमतें सोमवार को 1,53,000 के निचले स्तर तक पहुंच गई। हालांकि इसके बाद कीमतें कुछ बढ़कर 1,54,000 रुपए के ऊपर रही।

सिल्वर ईटीएफ में बड़ी गिरावट

निप्पॉन इंडिया-15.41 प्रतिशत
एचडीएफसी सिल्वर -18.06 प्रतिशत
आइसीआइसीआइ प्रू -16.34 प्रतिशत
एक्सिस सि. ईटीएफ -16.70 प्रतिशत
एसबीआइ सि. ईटीएफ -13.27 प्रतिशत
आदित्य बिरला -15.28 प्रतिशत

स्थिर मूल्यांकन की ओर वापसी का संकेत

चांदी की सप्लाई घटने के कारण पैदा हुए इस अंतर के कारण कई फंड हाउसों ने अपने सिल्वर फंड ऑफ फंड्स में नए निवेश को अस्थायी रूप से रोक दिया है। लेकिन अब यह दबाव कम होता दिख रहा है। सोमवार को सिल्वर ईटीएफ की कीमतें मोटे तौर पर उनके सांकेतिक एनएवी के अनुरूप या एनएनवी से कम रहीं।

अधिकांश सिल्वर ईटीएफ योजनाओं में गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट ज्यादा स्थिर मूल्यांकन की ओर वापसी का संकेत देती है, हालांकि हाजिर चांदी की कीमतें अभी 1,70,000 के आसपास बनी हुई है। विश्लेषकों का कहना है कि मांग मध्यम अवधि में कीमतों को मजबूत बनाए रखेगी।

औद्योगिक उपयोग में 59 प्रतिशत की हिस्सेदारी

मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, 2026-27 में सख्त होते बाजार ढांचे से कीमतें बढ़ सकती हैं। तेजी का रुख स्थायी मांग पर टिका है। वेंचुरा सिक्योरिटीज के एनएस रामास्वामी ने कहा, चांदी एक ऐसी धातु है जिसका इस्तेमाल आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में किया जाता है। औद्योगिक उपयोग में लगभग 59 त्न की हिस्सेदारी रखने वाली यह प्रमुख धातु आर्थिक उथल-पुथल के दौरान सुरक्षित परिसंपत्ति के रूप में अपनी मजबूत मांग बनाए रखती है।

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