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Gold Rate update : ट्रंप का अब सोने पर चला चाबुक, सोने के रेट पहुंचे आल टाइम हाई पर 

अमरीका ने 1 किलो और 100 औंस गोल्ड बार पर अचानक टैरिफ (इंपोर्ट टैक्स) लगा दिया गया है। ये फैसला सिर्फ स्विट्जरलैंड पर नहीं, भारत जैसे कई बड़े गोल्ड एक्सपोर्टर्स को झटका दे सकता है।
 

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप का अब सोने पर चाबुक चला है। जहां पर सोने पर ट्रैरिफ लगाते ही सोना ने जबरदस्त उछाल आया है और आल टाइम हाई पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड को लेकर जबरदस्त हलचल है। अमरीका ने 1 किलो और 100 औंस गोल्ड बार पर अचानक टैरिफ (इंपोर्ट टैक्स) लगा दिया गया है।

ये फैसला सिर्फ स्विट्जरलैंड पर नहीं, भारत जैसे कई बड़े गोल्ड एक्सपोर्टर्स को झटका दे सकता है। इससे न सिर्फ कॉमेक्स पर ट्रेड होने वाला गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, बल्कि भारत में एससीएक्स पर भी सोना नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है।

अमरीका और स्विट्जरलैंड जैसे बाजारों में एक किलो और 100 औंस (3.11 किलो) बार सबसे ज्यादा ट्रेड होती हैं। वहीं भारत में ज्यादातर रिटेल खरीदार 10 ग्राम, 100 ग्राम, या 10 तोला बार खरीदते हैं।

अमरीका ने 1 किलो और 100 औंस की गोल्ड बार पर टैरिफ कस्टम्स बॉर्डर प्रोटेक्शन आदेश के तहत लगाया है। इसके तह सोना ऐसे कस्टम कोड में आ गया है, जिसमें टैरिफ काफी अधिक है। यह टैरिफ 8 अगस्त 2025 से लागू हो चुका है। पहले अमरीका में गोल्ड बार, गोल्ड कॉइन और गोल्ड डस्ट पर जीरो टैरिफ था। इस फैसले से सबसे ज्यादा असर स्विट्जरलैंड पर पड़ेगा, जो अमरीका को सबसे ज्यादा शुद्ध सोना एक्सपोर्ट करता है। 

मार्केट पर क्या पड़ेगा असर 

गोल्ड मार्केट और अस्थिर हो सकता है, क्योंकि अमरीकी टैरिफ से स्विट्जरलैंड, ब्राजील, भारत जैसे देशों की गोल्ड ट्रेड स्ट्रैटजी बदल सकती है। कई देशों में गोल्ड का री-रूटिंग, यानी नए एक्सपोर्ट रास्तों की तलाश हो सकती है। अमरीका में स्प और फ्यूचर्स कीमतों में 100 डॉलर से ज्यादा का अंतर बन चुका है।

यह पहले कभी नहीं हुआ। निवेशक गोल्ड को फिर से एक सेफ हेवन एसेट की तरह देखने लगे हैं, जिससे कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। हालांकि अगर भू-राजनीति अस्थिरता कम होती है को सोने की कीमतें में गिरावट आने की उम्मीद है।