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अब विदेश से रुपया मंगवाना होगा आसान, यूपीआई ने पेपाल वर्ल्ड से किया समझौता 

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) के साथ मिलकर नया क्रॉस बॉर्डर पेमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च करने का ऐलान किया। इसका नाम पेपाल वर्ल्ड होगा। यह इस साल के आखिर तक शुरू होने के आसार हैं।
 

UPI : ग्लोबल पेमेंट कंपनी पेपाल ने बुधवार को भारत की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) के साथ मिलकर नया क्रॉस बॉर्डर पेमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च करने का ऐलान किया। इसका नाम पेपाल वर्ल्ड होगा। यह इस साल के आखिर तक शुरू होने के आसार हैं। यह प्लेटफॉर्म भारत के यूपीआइ और दूसरे देशों के स्थानीय पेमेंट सिस्टम को पेपाल के साथ जोड़ेगा। इससे लोग आसानी से विदेशी कंपनियों को भुगतान कर सकेंगे।


इस प्रोजेक्ट से पेपाल ने कई बड़े ग्लोबल पार्टनर्स को जोड़ा है। भारत की एनपीसीआइ के अलावा, ब्राजील की मर्काडो पागो, चीनी टेनसेंट होल्डिंग्स की टेनपे ग्लोबल व पेपाल की कंपनी वेनमो प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। कंपनी का कहना है कि वह भविष्य में और पार्टनर्स को प्लेटफॉर्म से जोड़ेगी। पेपाल वर्ल्ड को ओपन कॉमर्स एपीआइ पर बनाया जा रहा है। यह क्लाउड नेटिव प्लेटफॉर्म होगा, जो कई देशों में तेजी और बिना रुकावट काम करेगा। कंपनी का दावा है कि सिस्टम डिवाइस और तकनीक के हिसाब से लचीला होगा। इसमें मजबूत फीचर्स होंगे, ताकि यूजर्स का भरोसा बना रहे। इसकी मदद से भारतीय यूजर्स विदेशी कारोबारियों को आसानी से पेमेंट कर सकेंगे।

यूपीआइ से घटा कैश का प्रयोग


यूपीआइ भारत में डिजिटल पेमेंट का सबसे बड़ा साधन बन गया। यह देश के कुल रिटेल डिजिटल ट्रांजैक्शन का करीब 85 हिस्सा संभालता है। हाल ही आइएमएफ ने यूपीआइ की सफलता की तारीफ करते हुए कहा कि 2016 में यूपीआइ शुरू होने के बाद भारत में कैश और कार्ड का इस्तेमाल काफी कम हुआ है। यूपीआइ हर महीने 18 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है। यह इसे दुनिया का सबसे बड़ा रिटेल फास्ट पेमेंट सिस्टम बनाता है।


अब विदेश से रुपया मंगवाना होगा आसान, यूपीआई ने पेपाल वर्ल्ड से किया समझौता 

ग्लोबल पेमेंट कंपनी पेपाल ने बुधवार को भारत की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) के साथ मिलकर नया क्रॉस बॉर्डर पेमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च करने का ऐलान किया। इसका नाम 'पेपाल वर्ल्ड' होगा। यह इस साल के आखिर तक शुरू होने के आसार हैं। यह प्लेटफॉर्म भारत के यूपीआइ और दूसरे देशों के स्थानीय पेमेंट सिस्टम को पेपाल के साथ जोड़ेगा। इससे लोग आसानी से विदेशी कंपनियों को भुगतान कर सकेंगे।


इस प्रोजेक्ट से पेपाल ने कई बड़े ग्लोबल पार्टनर्स को जोड़ा है। भारत की एनपीसीआइ के अलावा, ब्राजील की मर्काडो पागो, चीनी टेनसेंट होल्डिंग्स की टेनपे ग्लोबल व पेपाल की कंपनी वेनमो प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। कंपनी का कहना है कि वह भविष्य में और पार्टनर्स को प्लेटफॉर्म से जोड़ेगी। पेपाल वर्ल्ड को ओपन कॉमर्स एपीआइ पर बनाया जा रहा है।

यह क्लाउड नेटिव प्लेटफॉर्म होगा, जो कई देशों में तेजी और बिना रुकावट काम करेगा। कंपनी का दावा है कि सिस्टम डिवाइस और तकनीक के हिसाब से लचीला होगा। इसमें मजबूत फीचर्स होंगे, ताकि यूजर्स का भरोसा बना रहे। इसकी मदद से भारतीय यूजर्स विदेशी कारोबारियों को आसानी से पेमेंट कर सकेंगे।

यूपीआइ से घटा कैश का प्रयोग
यूपीआइ भारत में डिजिटल पेमेंट का सबसे बड़ा साधन बन गया। यह देश के कुल रिटेल डिजिटल ट्रांजैक्शन का करीब 85 प्रतिशत हिस्सा संभालता है। हाल ही आइएमएफ ने यूपीआइ की सफलता की तारीफ करते हुए कहा कि 2016 में यूपीआइ शुरू होने के बाद भारत में कैश और कार्ड का इस्तेमाल काफी कम हुआ है। यूपीआइ हर महीने 18 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन प्रोसेस करता है। यह इसे दुनिया का सबसे बड़ा रिटेल फास्ट पेमेंट सिस्टम बनाता है।