रूद्रा न्यूज एक्सप्रेस प्रस्तुति : ब्यांव में गाये जाने वाले भूले-बिसरे गीत, टप्पा, डंका का संकलन
आरएनई, बीकानेर।
देश-दुनिया में ख्यात बीकानेर का पुष्करणा सावा इस बार 18 फरवरी को है। सावा-2024 के मौके पर ‘रूद्रा न्यूज एक्सप्रेस’ सामाजिक सहभागिता की श्रृंखला में एक ऐसी पुस्तिका का प्रकाशन करने जा रहा है जिसमें ब्यांव में गाये जाने वाले परंपरागत गीतों का संकलन किया गया है।
‘रीत रा गीत’ शीर्षक से प्रकाशित इस पुस्तिका का विमोचन 12 फरवरी यानी आज सोमवार को बीकानेर में होगा। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर राजस्थान सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा मौजूद रहेंगे। समाजसेवी राजेश चूरा, मोटू हर्ष विशिष्ट अतिथि होंगे। अध्यक्षता पत्रकार-साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी’ करेंगे।संकलित पुस्तिका के संपादक अभिषेक आचार्य के मुताबिक इस संग्रह में ब्याह के रस्मो-रिवाज का सारांश दिया गया है। छींकी, खिरोड़ा, पीठी, पोखणा जैसी हर रस्म का जो खास मकसद है उस ओर इंगित किया गया है।
मकसद यह है:
पुस्तिका के सह-संपादक मनोज आचार्य, अभिषेक पुरोहित कहते हैं, संकलन का मकसद है भूले-बिसरे पारंपरिक ब्याह गीतों को सहेजना। बदलते दौर में डंका, टप्पा गाने का रिवाज काफी कम होता है। जुआ-टीका, रूई चुग्गा जैसी कई ऐसी रस्में हैं जो खत्म होती जा रही है। ऐसे में इनका महत्व बताते हुए इनकी ओर इंगित किया है।