नये साल में मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियां होगी, प्रशासन का चेहरा बदलेगा
RNE Network
राज्य की भजनलाल सरकार का एक साल पूरा हो गया है। उसके बाद भी अब तक न तो मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है और न ही राज्य से जिला स्तर तक की राजनीतिक नियुक्तियां हुई है। कई विधायक जहां मंत्री पद के सपने संजोये हुए हैं तो कई बड़े नेता, छोटे नेता राजनीतिक नियुक्ति की आस में बैठे हैं। राज्य स्तर की अनेक नियुक्तियां अभी भी बाकी है, कुछ ही नियुक्तियां चुनावी गणित के आधार पर की गई थी।
अब अगले साल की शुरुआत में मंत्रिमंडल विस्तार व राजनीतिक नियुक्तियों की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मंत्रिमंडल में अभी भी नियमानुसार 6 पद खाली है और अभी कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे पर भी अंतिम फैसला होना बाकी है। समझा जा रहा है कि जनवरी में मंत्रिमंडल का विस्तार हो जायेगा। उप चुनाव के बाद भाजपा की स्थिति भी मजबूत हुई है। अब 200 की विधानसभा में उसके 119 विधायक है, पहले 114 विधायक थे।
चर्चा ये भी है कि जनवरी में मंत्रिमंडल का विस्तार तो होगा ही, साथ मे मंत्रियों की परफॉर्मेंस के आधार पर विभागों में भी फेरबदल सम्भव है। सीएम भजनलाल शर्मा व दिल्ली के नेतृत्त्व के स्तर पर प्रारंभिक होम वर्क हो चुका है। उसके आधार पर ही मंत्रियों के विभाग बदलेंगे और नये मंत्री बनेंगे। किरोड़ीलाल मीणा का भी जनवरी में फैसला हो जायेगा। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सरकार राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला शुरू करेगी।
कई बड़े नेता चुनाव हारे हुए हैं या चुनाव लड़े नहीं, उनको एडजेस्ट किया जायेगा। वहीं जिला स्तर पर भी बम्फर नियुक्तियां की जानी है। जनवरी में भाजपा संगठन के चुनाव भी पूरे हो जायेंगे। राजनीतिक नियुक्तियों में संगठन की राय महत्त्वपूर्ण होगी। उप चुनाव में सीएम भजनलाल व प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बीच अच्छी कैमेस्ट्री दिखाई दी थी। उसी तरह की कैमेस्ट्री से राजनीतिक नियुक्तियां होगी। इन नियुक्तियों के लिए अभी से लॉबिंग भी शुरू हो गई है।
सीएम जनवरी में प्रशासनिक स्तर पर भी बड़ा फेरबदल करेंगे, जिसके संकेत उन्होंने स्वयं दिए हैं। जनवरी में आईएएस के प्रमोशन होंगे और उसके साथ ही बड़ी तबादला सूचियां आयेगी। जयपुर में शनिवार को उच्चाधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा भी था कि मेरे पास पूरा हिसाब है। मुझे पता है कि कौन कितना काम कर रहा है। मुझे मालूम है कि अच्छा काम किसका है और कौन ढिलाई कर रहा है। ये भाषण इस बात का संकेत है कि जनवरी में प्रशासन के स्तर पर भी बड़ा फेरबदल होगा।
कुल मिलाकर नये साल के शुरू में राजनीतिक व प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, यह तय है।
मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ के बारे में
मधु आचार्य ‘आशावादी‘ देश के नामचीन पत्रकार है लगभग 25 वर्ष तक दैनिक भास्कर में चीफ रिपोर्टर से लेकर कार्यकारी संपादक पदों पर रहे। इससे पहले राष्ट्रदूत में सेवाएं दीं। देश की लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में आचार्य के आलेख छपते रहे हैं। हिन्दी-राजस्थानी के लेखक जिनकी 108 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। साहित्य अकादमी, दिल्ली के राजस्थानी परामर्श मंडल संयोजक रहे आचार्य को अकादमी के राजस्थानी भाषा में दिये जाने वाले सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका हैं। राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सर्वोच्च सूर्यमल मीसण शिखर पुरस्कार सहित देशभर के कई प्रतिष्ठित सम्मान आचार्य को प्रदान किये गये हैं। Rudra News Express.in के लिए वे समसामयिक विषयों पर लगातार विचार रख रहे हैं।