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पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल की बात पर उखड़ गए मूंड के समर्थक, बिशनाराम ने बीच-बचाव किया

  • बड़ी हार बीकानेर शहर में, यहां अलग समीक्षा बैठक होगी
  • आठ में से चार विधानसभा प्रत्याशी ही मीटिंग में पहुंचे
  • गिने-चुने नेता बोले, पदाधिकारियों ने जताई आपत्ति

RNE, BIKANER .

बीकानेर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी गोविंदराम की हार के कारणों की तलाश करने जुटी कांग्रेस की मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ। कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों ने एक-दूसरे पर छींटाकशी की। मीटिंग में आठ विधानसभा क्षेत्रों में से चार के प्रत्याशी ही नहीं पहुंचे। बड़ी मुश्किल से नेताओं ने बीच-बचाव कर मामला शांत करवाया और जैसे-तैसे मीटिंग पूरी हुई।

बेनीवाल बोले बूथ एजेन्ट ही नहीं थे, भड़क गए मूंड समर्थक :

दरअसल हंगामा उस वक्त शुरू हुआ जब पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल बोल रहे थे। बेनीवाल ने इस दौरान कह दिया, प्रत्याशी ने चुनाव लड़ने में कोई कसर नहीं रखी। संसाधनों का अभाव नहीं था। लोग कांग्रेस को वोट देना चाहते थे लेकिन कई जगह बूथ पर हमारे एजेंट-प्रतिनिधि ही नहीं थे।

अपने गिरेबां में झांके : मूंड

इसी बात पर कई पदाधिकारी-कार्यकर्ता खड़े होकर जोर-जोर से विरोध जताने लगे। बताया जा रहा है कि ये लूणकरणसर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजेन्द्र मूंड के समर्थक थे। विरोध हुआ तो बेनीवाल ने एकबारगी बोलना बंद कर दिया लेकिन हंगामा बढ़ता गया। ऐसे मंे देहात कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग सहित कई नेता उठकर मामला शांत करने में जुट गये। इतना ही नहीं जब लूणकरणसर से प्रत्याशी रहे राजेन्द्र मूंड बोलने उठे तो उन्होंने भी कटाक्ष किया, ‘अपने गिरेबान में झांकना चाहिये।’

विधानसभा चुनाव से शुरू हुई थी खींचतान :

दरअसल बेनीवाल और मूंड दोनों नेताओं के बीच खींचतान राजस्थान विधानसभा चुनाव से है। कांग्रेस ने पूर्वमंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल की बजाय राजेन्द्र मूंड को टिकट दिया था। ऐसे मंे बेनीवाल निर्दलीय मैदान में उतर गये। हालांकि दोनों ही चुनाव हार गये और भाजपा के सुमित गोदारा जीते। बाद में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने वीरेन्द्र बेनीवाल को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया।

गोविंदराम बोले, मैं कुछ बातें सार्वजनिक नहीं करना चाहता

दरअसल प्रदेश कांग्रेस ने सभी लोकसभा क्षेत्रों में प्रभारियों की मौजूदगी में समीक्षा मीटिंग शुरू की है। इसी कड़ी में रविवार को बीकानेर में प्रभारी फूसाराम गोदारा की मौजूदगी में समीक्षा मीटिंग हुई। इस मीटिंग में प्रत्याशी गोविंदराम मेघवाल ने कहा, कुछ बातें सार्वजनिक तौर पर नहीं करना चाहता। उन्होंने कुछ नेताओं की ओर इशारा किया कि चुनाव खर्च लेने में कोई कमी नहीं रखी लेकिन उन्होंने काम नहीं किया। बताया जाता है कि प्रत्याशी गोविंदराम ने चुनाव में नेताओं के रवैये को लेकर अपनी एक रिपोर्ट प्रदेश एवं केन्द्रीय नेतृत्व को भी दी है। मीटिंग में पूर्वमंत्री एवं कोलायत से विधानसभा प्रत्याशी रहे भंवरसिंह भटी ने भी विचार रखे।

आधे प्रत्याशी नहीं आये :

चुनाव परिणाम की समीक्षा करने पदाधिकारियों के साथ ही विधानसभा चुनाव लड़े प्रत्याशियों को भी बुलाया था। इस रिव्यू मीटिंग में श्रीडूंगरगढ से मंगलाराम गोदारा, बीकानेर पश्चिम से डा.बी.डी.कल्ला, नोखा की विधायक सुशीला रामेश्वर डूडी और अनूपगढ की शिमला नायक नहीं पहुंची।

अरूण व्यास, नितिन वत्सस ने जताई नाराजगी :

समीक्षा बैठक में पार्टी के पदाधिकारियों को बुलाया गया था लेकिन गिने-चुने नेताओं को ही बोलने का मौका मिला। कई पदाधिकारियों ने इस पर आपत्ति जताई। बीकानेर शहर के कांग्रेस नेता अरूण व्यास, नितिन वत्सस आदि ने इस संबंध में प्रभारी के सामने आपत्ति भी दर्ज करवाई। इन नेताओं का रूख भांपते हुए प्रभारी फूसाराम ने उनसे अलग कमरे में बात की। चुनाव को लेकर उनके विचार जाने।

कमल कल्ला-श्रीलाल व्यास उलझते नजर आये :

मीटिंग के बाद भी प्रभारी फूसाराम गोदारा से पदाधिकारी-कार्यकर्ता मिलकर अपनी बात रख रहे थे। इसी दौरान डीसी गहलोत उन्हें अपने अनुभव बता रहे थे। कांग्रेस नेता कमल कल्ला, श्रीलाल व्यास आदि भी इस दौरान मौजूद रहे। ये नेता भी अपनी बात कहते, प्रभारी के सामने किसी मुद्दे पर उलझते नजर आये।

दोनों अध्यक्षों ने माना, बूथ पर वोटर नहीं ला सके :

बीकानेर पूर्व से कांग्रेस प्रत्याशी रहे शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत एवं देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने अपनी बात कहते हुए माना कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल था। लोग कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देना चाहते थे। प्रत्याशी ने चुनाव लड़ने में कमी नहीं रखी लेकिन कहीं न कहीं यह चूक रही है कि हम वोटर को बूथ तक नहीं ला पाये।

बीकनेर शहर की सीटों पर बड़ी हार, यहां होगी अलग मीटिंग :

कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी बीकानेर शहर की दो सीटों पूर्व और पश्चिम पर मिली है। इन दोनों सीटों पर समीक्षा बैठक में खास बात नहीं हो पाई। संगठन महासचिव नितिन वत्सस का कहना है, बीकानेर शहर की सीटों पर समीक्षा करने मंगलवार को अलग से मीटिंग होगी। यह मीटिंग बीकानेर शहर कांग्रेस कार्यालय में होगी।