संस्कारित मनुष्य ही देश और समाज का भला कर सकता है : सिद्धि कुमारी
RNE, BIKANER .
जयनारायण व्यास कॉलोनी स्थित जाम्भाणी साहित्य अकादमी भवन में आयोजित बाल संस्कार शिविर के समापन समारोह में रविवार को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए विधायिका सिद्धि कुमारी ने जाम्भाणी साहित्य अकादमी के संस्कार शिविरों को वर्तमान समय के नैतिक उत्थान हेतु जरुरी बताया और बच्चों को सदा सत्य के मार्ग पर चलने का आह्वान किया, उन्होंने कहा की शिक्षा के साथ संस्कार भी सीखें और जीवन मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण करें।
समारोह में अपने आशिर्वचन प्रदान करते हुए लालासर साथरी के महंत व संस्कार शिविर के राष्ट्रीय संयोजक स्वामी सच्चिदानंद आचार्य ने देशभर में अकादमी द्वारा आयोजित सभी शिविरों का परिचय दिया और इस हेतु सभी शिविर संयोजकों, प्रभारियों, स्वंयसेवकों, वक्ताओं,स्थानीय संस्थाओं व भामाशाहों को धन्यवाद दिये हुए उनका आभार प्रकट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक नोखा बिहारीलाल बिश्नोई ने संस्कार शिविर को वर्तमान समय की प्रमुख जरूरत बताया और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने में शिविरों की प्रमुख भूमिका बताई।
अकादमी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष व वरिष्ठ साहित्यकार श्री बनवारी लाल साहू ने शिविरों के माध्यम से बच्चों के साथ साथ अभिभावकों को भी जुड़ने की आवश्यकता बताई। श्री गुरु जम्भेश्वर सेवक दल के पूर्व अध्यक्ष सहदेव जी कालीराणा ने समाज सुधार हेतु संस्कार शिविरों की आवश्यकता पर जोर दिया। अजमेर एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने जाम्भाणी शिक्षा के माध्यम से बच्चों का मार्गदर्शन किया और विकसित राष्ट्र के निर्माण में भूमिका निर्वहन पर जोर दिया। अकादमी अध्यक्षा डॉ इंदिरा बिश्नोई ने इस समापन अवसर पर आए हुए सभी आगंतुकों का स्वागत किया और इस दौर में संस्कारों के प्रचार प्रसार हेतु सभी शिविर आयोजकों का धन्यवाद किया।
डॉ इंदिरा बिश्नोई ने इस अवसर पर समाज के भामाशाहों से मुकाम में निर्माणाधीन जाम्भाणी साहित्य सदन मुकाम हेतु आर्थिक सहयोग की अपील की।अकादमी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भामाशाह एवं उद्योगपति श्री राजाराम धारणियां ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विधायिका सिद्धि कुमारी द्वारा बिश्नोई समाज हेतु किए गए विकास कार्यों हेतु आभार प्रकट किया। अकादमी की संरक्षिका डॉ सरस्वती बिश्नोई ने अकादमी के सफल संचालन के लिए सदस्यों से प्रतिवर्ष अंशदान देने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर देशभर से जाम्भाणी साहित्य अकादमी के सदस्य,भामाशाह और साहित्यकारों ने भाग लिया। शिविरों में अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए देशभर से पधारे समाजसेवी महानुभावों,अखिल भारतीय जम्भेश्वर सेवक दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामसिंह कस्वां, श्री हरिराम खीचड़ हथाईदार,विष्णु थापन को सम्मानित किया गया। लोगों ने साहित्य सदन मुकाम के निर्माण के लिए मुक्तहस्त से दान भी दिया।मंच संचालन डॉ हरिराम बिश्नोई ने किया।