BIKANER : हैरिटेज सिटी बनाने निकली कलेक्टर, बदहाल धरोहर से बचकर गुजरी
- Rudra Ground Report : कलेक्टर नम्रता हालात देखने निकली लेकिन उन्हीं बाजारों-गलियों में घुमाया जहां पहले से सफाई करवाई, गड्ढे पाटे
एड. मनोज आचार्य
RNE, BIKANER.
तकलीफों को दरकिनार कर अपनी मस्ती में जीने वाले बीकानेर शहरवासी जब सुबह बाजार या चौक में पाटे पर पहुंचे तो पता चला कलेक्टर नम्रता व्रष्णि पैदल घूम रही है। सुनने-जानने वालों के लिए यह सुखद आश्चर्य था कि ऊंट उत्सव में होने वाली हैरिटेज वॉक की औपचारिकता के बिना भी कोई कलेक्टर मानसून के दौर में शहर की गलियों में घूमने निकली है।
उनके आने से उठने लगा कचरा:
बीकानेरवासियों को लगा, आज सरकार घर तक आई है! तकलीफ बताएंगे, दूर होगी। मोहता चौक में घोष महाराज की दुकान के आगे बैठे लोग यह बताना चाह रहे थे कि जब कलेक्टर साहिबा भ्रमण पर आई है तब सुबह 10ः30 बजे कचरा उठाने वाले ट्रेक्टर आये हैं। आप नहीं आती तो शायद आज भी यह कचरा पिछले कई दिनों की तरह फिर दिनभर यहीं रहता। कलेक्टर के कदम उस ओर नहीं बढ़े और लोगों का दर्द मन में दबा रह गया।
इस हैरिटेज वॉक पर जाने से कलेक्टर को किसने रोका ?
इससे पहले बैदों के बाजार में घूमती कलेक्टर को हैरिटेज सिटी की संभावनाएं दिखाई दी। गोलचौकी पर पुराने जमाने की सब्जी मंडी, देशी घी में तली जा रही जलेबियों की खुशबू, मटकियां बेचती कुम्हारिनें, खाटा-सुपारी, पूजन सामग्री की दुकानें, बोरियों में भरकर बेचे जा रहे साबुत मसाले, लटकती राखियां आदि सब मिलकर एक पुरातन शहर का स्वरूप साकार कर रहे हैं। सैलानियों को यह देखकर अच्छा लगता है तभी तो बीकानेर आने वाले सैलानियों को गाइड ये साइट्स दिखाते हैं।
कलेक्टर सहित पूरा प्रशासनिक अमला जब बैदों के बाजार में खड़ा था (नीचे) तब पास ही ऐतिहासिक बैदों की पिरोल (ऊपर) में ये हाल थे।
जब इस बाजार में कलेक्टर घूम रही थी तो लगा कि यहां से ही सटती बैदों की पिरोल में भी झांकेगी जो परकोटे का एक बड़ा हैरिटेज पाइंट है और फिलहाल सबसे बदहाल है। सड़क तो यहां बची ही नहीं है, गंदा पानी भी नाली की बजाय रास्ते पर बहता है। नतीजतन पूरा इलाका सड़ांध मार रहा हैं। ऐतिहासिक प्रोल को कचरे से पाट दिया गया है। जिन लोगों के पास यहां से गुजरने के अलावा कोई विकल्प नहीं है वे कीचड़ के इर्द-गिर्द रखे गये पत्थरों पर पैर रखकर जैसे-तैसे रास्ता तय करते हैं।
यहां मौजूद प्रेमरतन का कहना है, कलेक्टर के साथ वाले जानते हैं कि इस हैरिटेज वॉक पर न तो वे चल पाएंगे ना इस सड़ांध में एक मिनट ही रूक पाएंगे।
यह महज एक जगह की स्थिति नहीं है। बीकानेर के सबसे पुराने रियासतकालीन लक्ष्मीनाथ मंदिर को जोड़ने वाले पुल की जर्जर हालत और उसके नीचे लगा कचरे का ढेर हैरिटेज के हाल बता रहा है। कुछ ऐसा ही न्यू सर्कुलर मार्केट के नाम से बनाये गये कीर्ति स्तंभ वाले घूमचक्कर के हाल है।
सिटी वॉक का ये मकसद :
दरअसल बीकानेर शहर को हेरिटेज सिटी के रूप में विकसित करने की संभावनाओं के मद्देनजर जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों के साथ शहर की ऐतिहासिक बगीचियों और तालाबों का अवलोकन किया। लक्ष्मीनाथ मंदिर से रामपुरिया हवेलियों तक पैदल वॉक करते हुए हवेलियों के संरक्षण सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। होटल भंवर निवास में आयोजित बैठक में अहमदाबाद के हेरिटेज विशेषज्ञ देवाशीष नायक ने अहमदाबाद को हेरिटेज सिटी बनाने के लिए किए गए प्रयासों का प्रस्तुतीकरण दिया।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि बीकानेर को हेरीटेज सिटी के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं। यहां की हवेलियां तथा यहां की जीवन शैली पूरे देश में अलहदा है। सतत और सामूहिक प्रयासों से इसे हेरिटेज सिटी के रूप विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पहली बार शहरी परकोटे में प्रातः 8 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे शहर को हेरिटेज सिटी बनाने की संभावनाओं पर मंथन चला। इन सबके बावजूद शहर के दर्द वाले हैरिटेज इलाके की ओर प्रशासन के कदम नहीं बढ़े।
होटल में मीटिंग कर हालात सुधारने पर बात :
जिला कलेक्टर ने हेरिटेज रूट के संरक्षण के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे जुड़े विभाग योजना बनाकर उपलब्ध करवाएं तथा इस रूट का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने इस रूट को साफ सुथरा बनाए रखने, बिजली के तारों को व्यवस्थित करने, सड़कों की मरम्मत एवं रखरखाव, हवेलियों के संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाने सहित आवश्यक दिशा निर्देश दिए। होटल भंवर निवास में आयोजित बैठक के दौरान हेरिटेज विशेषज्ञ देवाशीष नायक ने अहमदाबाद को हेरिटेज सिटी बनाने के लिए किए गए प्रयासों, विभागों और जन भागीदारी, कार्य योजना तथा संभावनाओं के बारे में प्रस्तुतीकरण किया।
ये अधिकारी मौजूद :
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, अतिरिक्त कलेक्टर नगर उम्मेद सिंह रतनू सहित नगर निगम, नगर विकास न्यास, सार्वजनिक निर्माण, पेयजल, पुरातत्व, पर्यटन और अभिलेखागर सहित बीकेईसीएल के अधिकारी, हेरिटेज संरक्षण से जुड़े डॉ. रितेश व्यास, गिरिराज पुरोहित, विकास शर्मा, निकिता तिवारी आदि मौजूद रहे। कुल मिलाकर पहल अच्छी है लेकिन जब मौके पर जाकर भी हकीकत नहीं दिखेगी तो हालात सुधरने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।