25 गारंटी शामिल किए जाने की उम्मीद
RNE, NETWORK .
उम्मीदवारों की सूचियां जारी करने के बाद अब दोनों ही पार्टियों मे घोषणा-पत्र ज़ारी करने पर मंथन शुरू हो गया है। बीजेपी ने अभी घोषणा-पत्र ज़ारी करने को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया परंतु कांग्रेस 6 अप्रैल को जयपुर में अपना घोषणा-पत्र जारी करेगी। इसमें कई सामाजिक कल्याण से जुड़े वादे और 25 गारंटी शामिल किए जाने की उम्मीद है। इसमें पांच-पांच गारंटी प्रत्येक ‘न्याय स्तंभ’ के तहत शामिल होंगी। पार्टी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने यह जानकारी दी।
घोषणा पत्र जारी करने के लिए आयोजित किए जा रहे इस बड़े कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता और पार्टी की राज्य इकाई के वरिष्ठ सदस्य भी शामिल होंगे। कांग्रेस विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कर रही है। इसका गठन पिछले साल जून में बीजेपी की चुनाव जीतने वाली मजबूत मशीनरी से मुकाबला करने के लिए किया गया था। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के लिए जनवरी में जनता से विचार और सुझाव मांगे थे। इसकी फ्रेमिंग कमेटी का नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम ने किया। इस समिति ने इसे “लोगों का घोषणा-पत्र” कहा है।
चिदंबरम ने कहा कि, “हर राज्य में सार्वजनिक सलाह लेने के अलावा कांग्रेस ने सुझावों के लिए एक ई-मेल एकाउंट और एक वेबसाइट स्थापित की है। पार्टी यथासंभव अधिक से अधिक सुझावों को शामिल करेगी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर अपनी परंपरागत तिरुवनंतपुरम सीट से एक बार फिर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि घोषणा-पत्र में बेरोजगारी, महंगाई और गरीबों के लिए आय समर्थन, साथ ही महिलाओं के अधिकारों और किसानों की हालत पर केंद्रित रहेगा।
इसमें 2020 और इस साल की शुरुआत में किसानों के विरोध प्रदर्शन, केंद्र में विवादास्पद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दों का भी जिक्र किए जाने की संभावना है। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस परीक्षा प्रश्न पत्र लीक करने के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने के लिए एक कड़े कानून लाने का वादा करेगी और सार्वजनिक सेवा भर्तियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उपाय सुझाएगी।