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येचुरी नहीं रहे : 72 की उम्र में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने ली आखिरी सांस

RNE Network.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी का अब से कुछ देर पहले एम्स दिल्ली में निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। काफी दिनों से वे बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। 5 दिन से तो उनको कृत्रिम सांस पर रखा हुआ था। उनका आज दोपहर बाद निधन हो गया। ममता बनर्जी ने उनके निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उनके निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। एक्स पर लिखी एक पोस्ट में उन्होंने इसे भारतीय राजनीति की बड़ी क्षति बताया है। अनेक राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है।

येचुरी के परिवारवालों ने शरीर दान किया :

एम्स ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि येचुरी का 12 सितंबर को दोपहर तीन बजकर 5 मिनट पर निधन हो गया था। एम्स ने बताया कि येचुरी के परिवार ने उनके शरीर को रिसर्च और पढ़ाई के लिए अस्पताल को दान कर दिया गया।

CPI(M) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि ‘कॉमरेड सीताराम येचुरी को सांस की नली में गंभीर संक्रमण हुआ था। डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी।’

चेन्नै में हुआ था येचुरी का जन्म:

येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को चेन्नै में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की शिक्षा हासिल की थी। येचुरी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन की शिक्षा हासिल की थी। येचुरी के परिवार में उनकी पत्नी सीमा चिश्ती और दो बच्चे हैं।

येचुरी 50 साल पहले सीपीएम में बतौर छात्र नेता शामिल हुए थे। वो लगातार तीन बार पार्टी के महासचिव रहे। गौरतलब है कि 2021 में येचुरी के पुत्र आशीष युचेरी का निधन कोविड के कारण महज 34 साल की उम्र में हो गया था।