Skip to main content

संभागीय आयुक्त ने ज्वाइंट डायरेक्टर, सीएमएचओ, सुपरिटेंडेंट, मेडिसिन एचओडी को तलब किया

Dengue in Bikaner

  • बीकानेर में 400 के पास पहुंचा डेंगू का आंकड़ा
  • क्विप रिस्पांस टीमों को अलर्ट किया 
  • जिला हॉस्पिटल में रिजर्व 21 वार्ड के अलावा नई जनाना हॉस्पिटल की बिल्डिंग भी डेंगू रोगियों के लिये रिजर्व रखने का आदेश दिया
  • आयुक्त की हिदायत: डेंगू रोकथाम में कोई कोताही नहीं होनी चाहिये, दवाइयां, बैड सभी इंतजाम पूरे हो
  • मेडिकल कॉलेज-स्वास्थ्य विभाग के बीच रिपोर्ट्स को लेकर हुई मीटिंग

RNE Bikaner

बीकानेर में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। एक दिन मंे 32 रोगी रिपोर्ट होने और सिर्फ जिले के पॉजिटिव रोगियों का आंकड़ा 400 के पास पहुंचने की खबर के साथ ही सरकार ने भी यहां के हालात को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर-कमिश्नर को जहां स्थितियों को नियंत्रण में लाने की हिदायत दी गई है वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट ली है। सरकारने जयपुर से एक अधिकारी को खासतौर पर बीकानेर में डेंगू-मलेरिया पर नियंत्रण के लिये नोडल अधिकारी बनाकर भेजा है। संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी अनमोल खंडेलवाल ने यहां पहुंच जमीनी हालात और डेगूरोधी कार्रवाई का मूल्यांकन करना शुरू कर दिया है।

इन सबके बीच सोमवार को संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी ने पीबीएम और स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों को हालात पर बात करने तलब किया। संयुक्त निदेशक डा.देवेन्द्र चौधरी, मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन एचओडी डा.सुरेन्द्र वर्मा, पीबीएम हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट डा.पी.के.सैनी, सीएमएचओ डा.राजेशकुमार गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ हैल्थ डा.लोकेश गुप्ता आदि से आयुक्त ने हालात पर बात की।

संभागीय आयुक्त की सख्त हिदायतें : 

  • हालात को नियंत्रण रखने के लिये सभी जरूरी उपाय करें।
  • क्विप रिस्पांस टीमों को हाई अलर्ट मोड पर रखें।
  • जिला हॉस्पिटल में 21 बैड रिजर्व है उन्हें वैसे ही रखें।
  • नई जनाना हॉस्पिटल, एमसीएच विंग को डेंगू रोगियों के लिए तैयार रखें।


  • जांच, दवाइयां, किट, एंटी लार्वा एक्टीविटी के रसायन आदि पर्याप्त मात्रा में रखें।

  • हॉस्पिटल में सीनियर डॉक्टर्स की राउंड द क्लॉक ड्यूटी लगायें।
  • पीबीएम हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज, स्वास्थ्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय रखें।
  • ब्लड और प्लेटलेट तुरंत उपलब्ध हो, डोनर भी चिन्हित रखें।
  • डेंगू प्रभावी इलाकों में लगातार एक्टीविटी हो।
  • नियंत्रण के लिए आमजन की भागीदारी हो सुनिश्चित।
  • आमजन में बढ़ाएं जागरूकता, घरेलू उपचारों से बचें।

 

एएनएम स्कूलों में जाएगी, बच्चों को बचाव बताएगी : 

मीटिंग में तय हुआ कि घर-घर जागरूकता का संदेश पहुंचाने के लिए स्कूली बच्चों को डेंगू के लक्षण, होने के कारण, बचाव के उपाय आदि की जानकारी दें। ये बच्चे अपने घरों में जाकर परिवार को जागरूक कर सकते हैं। ऐसे में तय हुआ कि सभी गांवों के स्कूलों में एएनएम जाकर बच्चों को जागरूक करेगी।



प्राचार्य-जाइंट डायरेक्टर में मीटिंग : 

डेंगू के बेहतर नियंत्रण के लिए पीबीएम, मेडिकल कॉलेज लैब और स्वास्थ्य विभाग के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत महसूस हुई। ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर गुंजन सोनी, जाइंट डायरेक्टर डॉक्टर देवेंद्र चौधरी की मौजूदगी में पीबीएम, कॉलेज और स्वस्थ्य अधिकारियों की मीटिंग हुई।

सबसे ज्यादा रोगी बीकानेर शहर में : 

अब तक सामने आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे ज्यादा डेंगू रोगी बीकानेर शहर में रिपोर्ट हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में 620 टीमें लगातार डेंगू रोधी कार्रवाई कर रही है।

खुद सतर्क रहें : 

तेज बुखार, सिर व पेट में दर्द एवं शरीर में कमजोरी जैसे अन्य लक्षण महसूस होने पर नजदीकी चिकित्सालय में चिकित्सक से परामर्श लें।

  • डेंगू और मलेरिया के लक्षण होने पर घरेलू उपचार ना करें।
  • मच्छर से होने वाले रोगों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपडे़ पहने।
  • घरों के आसपास जमा पानी की निकासी करें।
  • ध्यान रखें कूलर-गमले सहित अन्य जगहों का जलभराव ना हो।

यह भी पढ़े :