New Metro Line : केंद्र सरकार ने तीन नई मेट्रो लाइन को दी मंजूरी, हरियाणा के इन शहरों से होगी सीधी कनेक्टिविटी
दिल्ली मेट्रो को तीन नई लाइन की मंजूरी मिली है। इन लाइन से हरियाणा के शहरों के बीच में कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी और यात्रियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। देश की लाइफलाइन बन चुकी दिल्ली मेट्रो ने आज अपनी गौरवशाली यात्रा के 23 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्र सरकार ने राजधानीवासियों को मेट्रो विस्तार के रूप में एक भव्य सौगात दी है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को दिल्ली मेट्रो के फेज 5A के तहत तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी देने की घोषणा की। 12,015 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 400 किलोमीटर के पार पहुंच जाएगा।
रेल मंत्री ने बताया कि इस विस्तार के तहत कुल 16 किलोमीटर लंबी नई लाइन बिछाई जाएगी, जिसमें 13 स्टेशन (10 भूमिगत और 3 एलिवेटेड) होंगे। यह प्रोजेक्ट अगले तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस विस्तार से नोएडा और फरीदाबाद के यात्रियों को गुरुग्राम के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। साथ ही, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलने से कार्बन उत्सर्जन में सालाना 33,000 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
कनेक्टिविटी का नया अध्याय
पहला कॉरिडोरः रामकृष्ण आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.9 किमी) लागत 9,570.4 करोड़।
दूसरा कॉरिडोरः एरोसिटी से एयरपोर्ट टर्मिनल-1 (2.3 किमी) लागत 1,419.6 करोड़।
तीसरा कॉरिडोरः तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (3.9 किमी) लागत 1,024.8 करोड़।
टीएस #01'- पहली ट्रेन का सफरनामा
दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि 24 दिसंबर 2002 को शुरू हुई पहली ट्रेन 'टीएस #01' आज भी सेवा में सक्रिय है। दक्षिण कोरिया से कोलकाता और फिर रेल मार्ग से दिल्ली लाई गई इस ट्रेन ने अब तक 2.9 मिलियन किलोमीटर की दूरी तय की है और 6 करोड़ से अधिक यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाया है।
शुरुआत में चार कोच वाली इस ट्रेन की लागत 24 करोड़ थी। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए 2014 में इसे छह कोच और 2023 में आठ कोच का किया गया। यह ट्रेन आधुनिक मानकों के अनुरूप लगातार अपग्रेड की गई है।

