मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का किया समापन, 54 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन
RNE Network.
रामपुर बुशहर में 11 से 14 नवंबर तक आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार शाम विधिवत समापन किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने लगभग 54 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। समापन समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि लवी मेला केवल सांस्कृतिक धरोहर नहीं, बल्कि भारत–तिब्बत के सदियों पुराने व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि पहले इस मेले में तिब्बत से ऊन, पशम, गलीचे, घोड़े और अन्य वस्तुएं आती थीं, जबकि यहां से भी व्यापारिक सामान तिब्बत भेजा जाता था।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा की गई पहलों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिपकी ला के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं शिपकी ला से सीमा पर्यटन की शुरुआत की थी, जिसके बाद अब तक 70,000 से अधिक पर्यटक चीन सीमा के निकट हिमाचल की खूबसूरत घाटियों का भ्रमण कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने रामपुर क्षेत्र के दो जमा दो स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह मेला 17वीं शताब्दी में शुरू हुआ था और अपनी मूल परंपरा को बनाए रखते हुए निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने युवा पीढ़ी को मेले से जोड़ने पर बल दिया। स्थानीय विधायक एवं राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष नंद लाल ने कहा कि लवी मेला सदियों से व्यापार पर केंद्रित रहा है और इसका इतिहास बेहद समृद्ध है। समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभागीय प्रदर्शनियों का निरीक्षण किया और विजेताओं को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने हिमाचल की परंपरागत लोक संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुति दी।

