Movie prime

Wrestling : भारतीय कुश्ती महासंघ ने हरियाणा के 11 पहलवानों को किया निलंबित, फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का आरोप

गड़बड़ी की आशंका के चलते भारतीय कुश्ती महासंघ ने करवाई थी जांच 
 

कुश्ती का गढ़ जाने जाने वाले हरियाणा के 11 पहलवानों पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) ने बड़ी कार्रवाई की। इन 11 पहलवानों को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र देने पर निलंबित कर दिया है। इन पहलवानों ने दिल्ली नगर निगम से फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र बनवाया हुआ था। हरियाणा में कुश्ती का गढ़ है और यहां पर चयन के लिए ज्यादा कंपीटिशन है। ऐसे में दिल्ली की तरफ से खेलकर कुश्ती में चयन के लिए यह कदम उठाया गया। 

12 से 15 साल बाद जारी किए प्रमाण पत्र 

भारतीय कुश्ती महासंघ की जांच में सामने आया कि इन पहलवानों के दिल्ली नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र निकलवाए हुए है। काफी जन्म प्रमाण पत्र तो ऐसे है जो जन्म से 12 से 15 साल के बाद जारी किए गए है। जांच में यह भी सामने आया कि कुछ पहलवानों ने अपनी उम्र को कम दिखाया है, लेकिन मुख्य वजह सामने आई कि निवास स्थान से अलग राज्य का प्रतिनिधित्व करने की कोशिश कर रहे हैं।

कुछ मामलों में प्रमाण पत्र बच्चे के जन्म के 12 से 15 साल बाद भी जारी किए गए हैं। गड़बड़ी की आशंका के चलते डब्ल्यूएफआइ ने नगर निगम को सत्यापन के लिए प्रमाण पत्रों की एक सूची प्रदान की थी। सत्यापन के बाद एमसीडी ने डब्ल्यूएफआइ को जवाब दिया कि उसने जन्म प्रमाण पत्र जारी किए हैं लेकिन यह भी कहा कि विलंबित पंजीकरण (जन्म के एक वर्ष बाद पंजीकरण) सीधे तौर पर उसके द्वारा नहीं, बल्कि एसडीएम के आदेश पर किया गया है।

कई प्रतियोगिताओं में विशेष रूप से राष्ट्रीय जूनियर टीमों के चयन के लिए हुए ट्रायल में यह स्पष्ट है कि कई पहलवान कम आयु वर्ग में प्रवेश कर चुके हैं और अपने प्रतिद्वंद्वियों के विरुद्ध फायदे की स्थिति में हैं। 

हरियाणा में जगह बनाना हो रहा मुश्किल 

हरियाणा कुश्ती का गढ़ है इसलिए वहां प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी है और राज्य की टीम में जगह बनाना मुश्किल होता जा रहा है। कुश्ती में करियर बनाने के इच्छुक कई पहलवान फर्जी प्रमाणपत्र हासिल करके पड़ोसी राज्य दिल्ली के रास्ते खेले में आने की कोशिश करते हैं।

डब्ल्यूएफआइ ने पाया कि कई पहलवान मूल रूप से हरियाणा के थे लेकिन फिर भी उन्होंने किसी तरह एमसीडी से जन्म प्रमाण पत्र जारी करवा लिए जिससे कि वे दिल्ली से प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें।