CA Sudhish Sharma से जानिए डिजिटल इंडिया पर आई RBI रिपोर्ट की बारीकियां
RNE Special.
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 के पहले छह महीनों में देश में डिजिटल भुगतान का रिकॉर्ड बना है।
UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) ने सबसे ज़्यादा लेन-देन (payment volume) में नंबर 1 स्थान हासिल किया है, जबकि RTGS ने सबसे अधिक मूल्य (value) के लेन-देन में बढ़त बनाई है।
मुख्य आंकड़े (जनवरी–जून 2025):
• कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन: 12,549 करोड़
• कुल मूल्य: ₹1,572 लाख करोड़
• यूपीआई ट्रांजैक्शन: 10,637 करोड़ (मूल्य ₹143.3 लाख करोड़)
• आरटीजीएस ट्रांजैक्शन: 16.1 करोड़ (मूल्य ₹1,079.2 लाख करोड़)
UPI का बढ़ता चलन :
2019 में जहाँ 1,079 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए थे, वहीं 2024 में यह बढ़कर 17,221 करोड़ तक पहुँच गए। इससे साफ है कि लोग छोटे और तेज़ डिजिटल पेमेंट को अपनाने लगे हैं।
NEFT और RTGS में भी उछाल:
NEFT ट्रांजैक्शन तीन गुना से ज़्यादा बढ़े, जबकि RTGS में बड़े मूल्य के लेन-देन लगातार बढ़ रहे हैं — यह बताता है कि बिज़नेस और संस्थान भी डिजिटल पेमेंट्स पर भरोसा जता रहे हैं।
डेबिट कार्ड का उपयोग घटा:-
डेबिट कार्ड से लेन-देन में थोड़ी गिरावट आई है, क्योंकि लोग अब मोबाइल पेमेंट और UPI जैसे सरल तरीकों को ज़्यादा पसंद कर रहे हैं।
कुल मिलाकर संदेश:
भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था तेज़ी से आगे बढ़ रही है। छोटे दुकानदार से लेकर बड़े उद्योग तक, सब अब कैशलेस इंडिया के निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
यूं कैशलेस इकोनोमी की ओर बढ़ रहा भारत :
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 100 में से 99 पेमेंट अब डिजिटल हो रहे। कैश और चेक से पैसा देने वाले अब बहुत कम रह गए। वर्ष 2024 में देश के कुल पेमेंट्स में से 99.7 फीसदी ट्रांजैक्शन डिजिटल माध्यमों से हुए, जबकि रकम के लिहाज से यह हिस्सा 97.5 फीसदी रहा। RBI की पेमेंट सिस्टम रिपोर्ट जून 2025 में बताया गया कि डिजिटल ट्रांजैक्शन्स का यह ट्रेंड 2025 की पहली छमाही में भी जारी रहा। इस पहली छमाही में कुल ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में यूपीआई का हिस्सा 85 फीसदी रहा। यह जुड़ा बात है कि वैल्यू के लिहाज से यह हिस्सा केवल 9 फीसदी था, क्योंकि यूपीआई से ज्यादातर छोटे पेमेंट किए जाते हैं।
05 साल में ये बदलाव :
- यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या 2019 में 1,079 करोड़
- 2024 में 17,221 करोड़ तक पहुंच गई
- ट्रांजैक्शन वैल्यू 18.4 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 246.8 लाख करोड़ रुपये हो गई
- 2025 की पहली छमाही में ही यूपीआई पर 10,637 करोड़ ट्रांजैक्शन ।
- 143.3 लाख करोड़ रुपये है इन ट्रांजेक्शन की कुल वैल्यू

