Rail Engine Trial : राजस्थान की रेलवे लाइन पर दौड़ेगा सबसे ताकतवर इंजन, 220 किमी की स्पीड से दौड़ेगा ट्रैक पर
राजस्थान की जयपुर से जोधपुर तक बनी रेलवे लाइन भारतीय रेल के इतिहास के सबसे पावरफूल इंजन की तेज स्पीड का गवाह बनने वाली है। यह हाई स्पीड रेलवे लाइन गुढ़ा से मीठड़ी तक बनी हुई है। इस ट्रैक पर रेलवे विभाग द्वारा देश के सबसे ताकतवर रेल इंजन का ट्रायल किया जाएगा। रेल का यह इंजन 9 हजार हॉर्सपावर की क्षमता है और यह इलेक्ट्रिक इंजन है।
इसकी स्पीड इतनी तेज है कि पलक झपकते ही आंखों के आगे से ओछल जा जाएगा। यइ इंजन सबसे पहले जयपुर से जोधपुर तक बनी नई रेलवे लाइन पर उतरेगा और यहां पर ट्रायल सफल होने के बाद इस इंजन को दूसरे रेलवे ट्रैक पर उतारा जाएगा। इस इंजन की 220 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया जाएगा। हालांकि इस इंजन की स्पीड ज्यादा है, लेकिन रेलवे ट्रैक की क्षमता 220 किलोमीटर तक है।
अगले सप्ताह इस इंजन का जयपुर से जोधपुर तक बनी सबसे हाईटेक रेलवे लाइन पर किया जाएगा। यहां से ट्रायल सफल होने के बाद इस इंजन को दूसरे रेलगाड़ियों को चलाने में प्रयोग किया जाएगा। आपको बता दे कि इस रेलवे इंजन को गुजरात के दाहोद स्थित लोकोमोटिव फैक्ट्री में बनाया गया है। इस इंजन को ट्रायल के लिए गुजरात से राजस्थान लाया जाएगा। जहां पर विशेषज्ञों की देखरेख में इस इंजन का सफल ट्रायल किया जाएगा।
800 करोड़ की लागत से बना 9 हजार हॉर्सपावर का इंजन
रेलवे विभाग के अनुसार भारतीय रेल के इतिहास का यह सबसे ताकतवर इंजन है। इस इंजन को बनाने में 800 करोड़ की लागत आई है। इस इंजन को राजस्थान के गुढ़ा से मीठड़ी तक बने 64 किलोमीटर देश के सबसे हाई स्पीड रेलवे ट्रैक पर चलाया जाएगा। इस ट्रैक पर इंजन को 220 किलोमीटर की स्पीड से चलाया जाएगा, क्योंकि इस रेलवे लाइन की क्षमता इतनी है। इस ट्रैक पर भविष्य में वंदे भारत, बुलेट ट्रेन और अन्य हाई स्पीड ट्रेनों की टेस्टिंग होगी।
रेलवे ट्रैक पर इंजन की इन क्षमतों की होगी जांच
रेलवे विभाग द्वारा गुढ़ा से मीठड़ी रेलवे लाइन पर इंजन की हर तरह की क्षमता की जांच की जाएगी। इसमें इंजन की स्पीड कितनी है और स्पीड के दौरान इसकी ब्रेक लगाने की क्षमता कितनी है। ट्रैक्शन, झटकों को झेलने की क्षमता और वाइब्रेशन टेस्ट। सिग्नलिंग, ओवरहेड वायरिंग और सेफ्टी सिस्टम की जांचक जाएगी।