New Bridge : चंबल की लहरों पर बनेगा नया ब्रिज, 150 गांवों की 50 किमी की दूरी हो जाएगी कम
चंबल की लहरों पर 262 करोड़ रुपए की लागत से नए ब्रिज निर्माण के लिए बजट की मध्यप्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी। आवरा-आंवरी के मध्य इस ब्रिज का निर्माण होगा। लंबे समय से चली आ रही मांग पर हरी झंडी के बाद विभाग ने प्रारंभिक रूप से सर्वे शुरू किया। अब कंसल्टेंट कंपनी यहां आकर डीपीआर पर कुछ दिनों में काम करेगी।
2 किमी लंबा यह ब्रिज बनने से जिला मुख्यालय की दूरी यहां के लोगों के लिए 50 किमी तक कम हो जाएगी। साथ ही राजस्थान सहित आसपास के व्यापार से लेकर किसानों के साथ धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से यह ब्रिज आवागमन को सुलभ करेगा। गांधीसागर से लेकर धर्मराजेश्वर सहित बौद्ध गुफाओं के अलावा अन्य स्थानों पर आने वाले लोगों के लिए इस ब्रिज के साथ नए अवसर भी खुलेंगे।
बनेगा करीब दो किमी का ब्रिज
चंबल नदी पर बनने वाले इस ब्रिज के लिए प्रदेश सरकार ने 262 करोड़ का प्रावधान बजट में किया है। इसके बाद इस पर प्रक्रिया आगे बढ़ी है। लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी। मई में सीतामऊ में हुए कृषि समागम में भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने विधायक हरदीपसिंह - डंग ने इस मांग को रखा था। चंबल पर बनने वाला यह ब्रिज करीब दो किमी लंबा होगा। दोनों छोर आपस में जुडने से जिले के आखरी कोने से जिला मुख्यालय तक आने वाले लोगों के लिए दूरी कम होगी।
150 गांव के ग्रामीणों को सीधा लाभ
इस ब्रिज से गरोठ-भानपुरा व सुवासरा-शामगढ़ दो विधानसभा क्षेत्र के 150 से अधिक गांव के ग्रामीणों को सीधा लाभ है। किसानों
से लेकर व्यापारियों को भी आवागमन में इससे लाभ मिलेगा। ब्रिज निर्माण से मंदसौर और गरोठ से सीतामऊ की और आने वाले लोगों के लिए 50 किमी तक की दूरी इससे कम होगी। इससे समय और धन की बचत होगी।
चंबल ब्रिज के लिए देखी जगह
सेतु विभाग एसडीओ प्रवीण नरवरे ने बताया कि आवरा-आंवरी के मध्य चंबल नदी पर ब्रिज के लिए सरकार ने बजट में 262 करोड़ का प्रावधान किया है। इसके बाद इस पर प्रक्रिया आगे बढ़ी। नदी पर विभागीय अमले ने ब्रिज निर्माण को लेकर जगह देखने के साथ सर्वे किया। डीपीआर बनाने के लिए एक-दो दिन में कंपनी यहां पहुंचेगी। इस पर डीपीआर तैयार करने का काम शुरू होगा। कंसल्टेंट कंपनी डीपीआर पर काम पूरा करेगी।

