अब बीए के विद्यार्थी भी पढ़ेंगे फिजिक्स या केमेस्ट्री, नियमों में किया बदलाव
नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद देशभर के विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रम में बदलाव के साथ नियम में बदल रहे है। पहले जहां पर फिजिक्स या केमेस्ट्री की पढ़ाई केवल बीएससी के छात्र करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है। अब बीए बीकाम की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी फिजिक्स या केमेस्ट्री विषय ले सकेंगे। अगर किसी विद्यार्थी की फिजिक्स पढ़ने की दिलचस्पी है और वह मेडिकल के दूसरे विषयों में रुचि नहीं है तो ऐसे में वह फिजिक्स की पढ़ाई कर सकेगा।
इसके लिए राजस्थान के विश्वविद्यालयों ने नियमों में बदलाव शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक स्तर (छह सेमेस्टर) के पाठ्यक्रम और विषय चयन में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत अब बीए, बीएससी, बीकॉम का छात्र कोई भी अपनी रुचि के हिसाब से विषय पढ़ सकता है। इसमें यह भी ढील दी गई है कि छह सेमेस्टर में से किसी भी सेमेस्टर में किसी विषय की पढ़ाई कर सकता है। इसको मल्टीडिसिप्लिन कोर्स कहेंगे।
अब स्नातक (यूजी) में प्रवेश के एक साल बाद अगर कोई छोड़कर जाना चाहता है तो उसे सर्टिफिकेट इन बीए, बीएससी, बीकॉम दिया जाएगा। दो साल में छोड़ने पर डिप्लोमा, तीन साल में डिग्री और चार साल में संबंधित विषय में ऑनर्स मिलेगी।
समर इंटर्नशिप अनिवार्य
विश्वविद्यालय के अनुसार प्रत्येक छात्र के लिए गर्मियों में 120 घंटे की समर इंटर्नशिप अनिवार्य की गई है। यह इंटर्नशिप वह अपने नजदीक ही कर सकता है। इसमें वह ग्राम पंचायत, एनजीओ, सरकारी कार्यालय, निजी कार्यालय, प्रयोगशाला अथवा किसी संस्थान से कर सकेगा। इसके सर्टिफिकेट के क्रेडिट दिए जाएंगे। स्नातक पाठ्यक्रम अब 120 क्रेडिट के स्थान पर 144 क्रेडिट का होगा।
यूजी के बाद एक साल की रिसर्च पीजी के समकक्ष
अगर कोई छात्र बीए, बीएससी, बीकॉम डिग्री के बाद एक साल की रिसर्च करता है तो उसकी डिग्री स्नातकोत्तर के समकक्ष मानी जाएगी लेकिन रिसर्च के लिए स्नातक में 75 प्रतिशत मार्क्स लाने जरूरी होंगे।
स्नातक में ये चार विषय अनिवार्य होंगे
मल्टीपल डिसिप्लिन कोर्स में विद्यार्थी कोई भी विषय ले सकता है, लेकिन उसका विषय उसकी 12वीं कक्षा के विषय से हटकर होना चाहिए। यह तीसरे, चौथे व पांचवें सेमेस्टर में पढ़ना होगा।
वेल्यू एडेड कोर्स
लोकतंत्र, दर्शनशास्त्र व समाजशास्त्र के मूल्य सिखाए जाएंगे। यह पहले व दूसरे सेमेस्टर में पढ़ना होगा।
स्कल इनहेसमेंट
इसमें कम्प्यूटर, ब्यूटी पार्लर, टाइपिंग, इंग्लिश स्पिकिंग जैसे कोर्स में दक्ष किया जाएगा। ये तीसरे, चौथे व पांचवें सेमेस्टर में आएगा।