देश का यह नवनिर्मित ओवर ब्रिज जाना जाएगा सिंदूर ब्रिज के नाम से
पाकिस्तान से तनाव के दौरान साहस दिखाने वाले भारतीय सेना के जवानों व बलिदान होने वाले सैनिकों की याद में ओवरब्रिज का नाम सिंदूर ब्रिज कर दिया है। हालांकि पहले इस पुल का नाम करनाक बंदर पुल था, लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दक्षिण मुंबई में पुनर्निर्मित करनाक रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) के नाम को बदल दिया।
नवनिर्मित पुल का उद्गाटन करने के बाद फडणवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने आपरेशन सिंदूर के दौरान असाधारण साहस और रणनीतिक सटीकता का परिचय दिया है। यह नाम परिवर्तन हमारे सशस्त्र बलों और भारत की रक्षा क्षमताओं के प्रति श्रद्धांजलि है।
ब्रिटिशकालीन यह पुल दक्षिण मुंबई के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से को जोड़ता है, पहले बंबई प्रांत के पूर्व गवर्नर जेम्स रिवेट करनाक (1839 से 1841) के नाम पर ‘करनाक बंदर ब्रिज’ के नाम से जाना जाता था। मुंबई सीएसएमटी और मस्जिद स्टेशनों के बीच स्थित यह पुल मध्य रेलवे की रेल पटरियों के पूर्वी और पश्चिमी भागों को जोड़ता है।
'सिंदूर ब्रिज' का पुनर्निर्माण बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा किया गया है। 150 साल पुराने मूल पुल को मध्य रेलवे द्वारा असुरक्षित घोषित कर दिया गया था। नवनिर्मित पुल लंबाई 328 मीटर है, जिसमें रेलवे सीमा के भीतर 70 मीटर का हिस्सा और दोनों ओर 230 मीटर की सड़कें शामिल हैं।