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UN General Debate : Pak PM Sharif ने "Sindoor" को आक्रमण बताया, सिंधु जल, मुद्दा उठाया, भारत ने कहा- " ये बेतुकी नौटंकी"

भारत का जवाब- पाक के जले हुए हवाई अड्डे जीत है तो वो इसका जश्न मनाएँ
 

 

RNE World.
 

UN में एक बार फिर पाकिस्तान ने कश्मीर राग अलापा। सिंधु जल रोकने के भारत के निर्णय को चुनौती दी और Operation SINDOOR को आक्रमण बताते हुए दावा किया कि पाकिस्तान ने भारतीय विमानों को मार गिराया। Pak PM Muhammad Shehbaz Sharif के भाषण के बाद भारत ने अपने जवाब देने के अधिकार का उपयोग करते हुए शरीफ के पूरे भाषण को "बेतुकी नौटंकी" करार दिया।

पाक को करारा जवाब देते हुए भारतीय राजनयिक  पेटल गहलोत ने कश्मीर और सिंधु जल संधि पर की गई टिप्पणियों की आलोचना की। पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और झूठ बोलने का आरोप लगाया है। पेटल गहलोत ने UN में कहा, पाकिस्तान के पीएम ने बेतुके नाटक किए। वे आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, जो उनकी विदेश नीति का हिस्सा है। कोई भी ड्रामा या झूठ सच को नहीं छिपा सकता। 
 

भारतीय राजनयिक पेटल ने शरीफ के संघर्ष के दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा, 9 मई तक पाकिस्तान हमले की धमकी दे रहा था। 10 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस नष्ट कर दिये। पाकिस्तान ने जंग रोकने की गुहार लगाई। अगर जले हुए हवाई अड्डे जीत हैं, तो पाकिस्तान इसका जश्न मनाए।
 

जानिए क्या बोले थे शरीफ : 
 

शरीफ ने कहा, इस वर्ष के शुरू में उनके देश को भारत की ओर से ‘‘बिना उकसावे के आक्रमण’’ का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने "अद्भुत पेशेवरता, बहादुरी और कुशाग्रता" के साथ हमले को नाकाम कर दिया और कई भारतीय विमानों को मार गिराया। उन्होंने युद्धविराम सुनिश्चित करने में मदद के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा की।साथ थ ही शरीफ ने बातचीत की भी पेशकश की। कहा, ‘पाकिस्तान सभी लंबित मुद्दों पर भारत के साथ समग्र, व्यापक और परिणामोन्मुखी वार्ता के लिए तैयार है।  चेतावनी दी कि कश्मीर और जल संसाधनों पर विवाद अभी भी अस्थिर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को कथित तौर पर स्थगित करना, "युद्ध की कार्रवाई का प्रतिनिधित्व करता है।
 

भारतीय प्रतिनिधि पेटल का मुंहतोड़ जवाब : 

जवाब देने के अपने अधिकार का उपयोग करते हुए भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने शरीफ के भाषण का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत की प्रतिनिधि ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की "बेतुकी नौटंकी" की निंदा की, जिन्होंने "एक बार फिर आतंकवाद का महिमामंडन किया, जो उनकी विदेश नीति का केंद्रबिंदु है"। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि "किसी भी स्तर का नाटक और किसी भी स्तर का झूठ इस तथ्य को नहीं छिपा सकता कि यह वही पाकिस्तान है" जिसने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी संगठन, रेजिस्टेंस फ्रंट को "भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में पर्यटकों के बर्बर नरसंहार" की ज़िम्मेदारी से बचाया था। उन्होंने कहा कि "आतंकवाद को बढ़ावा देने और निर्यात करने की परंपरा में लंबे समय से डूबा हुआ एक देश इस उद्देश्य के लिए सबसे हास्यास्पद आख्यान गढ़ने में कोई शर्म नहीं करता"। पाकिस्तान को तुरंत सभी आतंकवादी शिविर बंद करने चाहिए और भारत में वांछित लोगों को सौंप देना चाहिए।

भारतीय प्रतिनिधि Petal Gahlot ने UN में कहा, भारत-पाक के बीच मुद्दे द्विपक्षीय बातचीत से हल होंगे। पाकिस्तान के शांति दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका देश नफरत में डूबा है। भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगा। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके में मारे गए आतंकियों का जिक्र किया और कुख्यात आतंकवादियों को श्रद्धांजलि और सम्मान देने का भी आरोप लगाया।
 

 Petal Gahlot बोली, एक तस्वीर हजार शब्द बयां करती है और हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर और मुरीदके के आतंकी परिसरों में मारे गए आतंकवादियों की कई तस्वीरें देखीं। जब पाकिस्तानी सैन्य और अधिकारी खुलकर आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देते हैं, तो क्या इससे शासन पर संदेह नहीं होगा?