Underground Track : एमपी के इस शहर में बनेगा अंडर ग्राउंड ट्रैक, दूसरे शहरों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी
मध्यप्रदेश के इंदौर में करीब 8.6 किलोमीटर के अंडर ग्राउंड ट्रैक के लिए काम शुरू होने की स्थिति में आ गया है। निर्माण कंपनी ने बड़ी ड्रिलिंग मशीन बुलाई है। एयरपोर्ट के सामने अंडर ग्राउंड स्टेशन के लिए सेकंड पाइलिंग (जमीन में खंभे डालकर नींव मजबूत करना) का काम शुरू कर दिया गया है।
कुछ दिनों से मेट्रो के अंडर ग्राउंड प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। इसका ठेका हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन व टाटा कंपनी ने संयुक्त रूप से करीब 2190 करोड़ में लिया है। कंपनी ने एयरपोर्ट के सामने सड़क किनारे डायवर्शन के शेड लगाकर काम शुरू कर दिया है। अंडर ग्राउंड ट्रैक में प्रस्तावित स्टेशन की जगह मिट्टी परीक्षण भी किया गया।
मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने एयरपोर्ट के सामने पहले अंडर ग्राउंड स्टेशन का काम करना तय किया है। अफसरों का मानना है कि यहां अंडर ग्राउंड स्टेशन बनने से रोबोट चौराहे तक के मेट्रो ट्रैक से कनेक्टिविटी हो जाएगी। एयरपोर्ट से स्टेशन जुड़ा रहेगा, ताकि यात्री यहीं से लवकुश चौराहा पहुंच सकें। वहां से उज्जैन की कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
सिंहस्थ को देखते हुए यह प्लानिंग की है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पाइलिंग के तहत जमीन में ठोस स्तंभ बनाए जाते हैं, जो इमारत या संरचना को मजबूती प्रदान करते हैं। अंडर ग्राउंड स्टेशन की बाउंड्री पर यह ठोस संरचना जमीन के अंदर से बाहर तक रहती है। यह स्टेशन की बॉक्सिंग प्रक्रिया होती है, जिससे स्टेशन की जमीन फिक्स हो जाए।
गीली मिट्टी के कारण अटके काम
अंडर ग्राउंड स्टेशन का काम शुरू करने की तैयारी है, लेकिन एलिवेटेड कॉरिडोर के काम में गति नहीं आ सकी है। एमआर-10 के लगभग सभी स्टेशनों पर प्रवेश व निर्गम का काम अटका है। मेघदूत उपवन के सामने व विजय नगर के स्टेशन के आसपास ग्रीन बेल्ट पर प्रवेश-निर्गम सीढ़ियों का निर्माण होना है, लेकिन बारिश के कारण मिट्टी गीली होने से काम नहीं हो पा रहा है। इस समय यहां काम के दौरान मिट्टी धंसकने की आशंका है।