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पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन कर रहे कर्मचारी बोले, नई स्कीम से सहमत नहीं

RNE Network, Bikaner.

केंद्रीय कैबिनेट द्वारा NPS के स्थान पर UPS की घोषणा से कर्मचारी खुश नहीं है। खासतौर पर पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन कर रहे राजस्थान के कर्मचारियों का कहना है, राज्य में अप्रेल 2022 से पुनः लागू की गई OPS स्कीम (पुरानी पेंशन) को यथावत रखा जाए।

पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन(NMOPS) की राजस्थान इकाई के प्रदेश अध्यक्ष कोजाराम सियाग ने बताया कि वर्षों से पुरानी पेंशन के लिए संघर्षरत नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम(NMOPS) राजस्थान, इस स्कीम से सहमत नहीं है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम का विरोध करता है तथा राजस्थान सरकार से आग्रह करता है कि राज्य में अप्रेल 2022 से पुनः लागू की गई OPS स्कीम (पुरानी पेंशन) को यथावत रखा जाए। केंद्र सरकार से भी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू करने का आह्वान करती है।

UPS के विरोध में ये तर्क :

सियाग ने बताया कि यूनिफाइड पेंशन स्कीम कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम है जिसमें कर्मचारियों का बेसिक तथा डी ए का 10% कंट्रीब्यूशन किया जाएगा तथा सरकार का 18.5% कंट्रीब्यूशन होगा। एनएमओपीएस की लड़ाई पुरानी पेंशन को यथा रूप में लागू करने के लिए है कंट्रीब्यूटरी पेंशन के लिए नहीं। साथ ही पेंशन के लिए सेवा अवधि को 20 वर्ष से बढ़कर 25 वर्ष कर दिया गया है अर्थात 20 वर्ष के बजाय अब 25 वर्ष पूरा होने पर ही पेंशन का पूरा लाभ मिलेगा अन्यथा आनुपातिक रूप से पेंशन कम हो जाएगी।

यूनिफाइड पेंशन सिस्टम भी एनपीएस की तरह शेयर बाजार आधारित है अर्थात सरकारी कर्मचारी और सरकार का कॉन्ट्रिब्यूशन शेयर बाजार में डूबने की पूरी संभावना है। पुरानी पेंशन में पे कमिशन लागू होने का प्रावधान है लेकिन यूनिफाइड पेंशन स्कीम में पे कमीशन का प्रावधान नहीं रखा गया है।

आंदोलन के प्रदेश महासचिव जगदीश यादव ने बताया कि एक नया झुनझुना भी थमाया गया है ग्रेच्युटी के अलावा 6 महीने की एवरेज सैलरी का 1/10 भाग दिया जाएगा। इसका तात्पर्य है सरकारी कर्मचारियों के द्वारा कंट्रीब्यूट किए गए 10% वेतन वापस नहीं मिलेगा उसके एवज में प्रत्येक साल का केवल 18 दिन का वेतन वापस दिया जाएगा। लेकिन कर्मचारी के द्वारा कंट्रीब्यूट किए गए 10% कंट्रीब्यूशन का 60% नगद रूप में उठाने का प्रावधान किया गया है लेकिन यह पैसा उठाने पर पेंशन 50% के बजाय आनुपातिक रूप से कम हो जाएगी।

इस स्कीम के तहत वालंटियर रिटायरमेंट लेने पर पेंशन 60 साल के बाद ही शुरू होगी ऐसी स्थिति में वॉलंटरी रिटायरमेंट लेने के बाद 60 साल तक जीवन यापन कैसे संभव होगा। इस स्कीम में पेंशन कम्यूटेशन के बारे में भी कुछ नहीं बताया गया है जबकि पुरानी पेंशन में 40% पेंशन को कम्यूटेशन करवा कर रिटायरमेंट के समय नगद लिया जा सकता है।

इस योजना को कतई पुरानी पेंशन के समान नहीं माना जा सकता क्योंकि इसमें ना पुरानी पेंशन जैसी कोई बात है और ना ही सेविंग के लिए GPF की सुविधा है। इसके अलावा और भी बहुत सारी खामियां हैं जो आने वाले समय में उभर कर सामने आएगी और उसको देखते हुए आंदोलन की नई रणनीति बनेगी।