B.Saroja Devi का निधन : दिलीप कुमार से लेकर NTR तक के साथ हीरोइन रह चुकी कन्नड़ की पहली सुपर स्टार का निधन!
RNE New Delhi.
फिल्म जगत से एक दुखभरी खबर सामने आई है। बीते जमाने की मशहूर सुपर स्टार B. Saroja Devi का निधन हो गया है। बी.सरोजा देवी कन्नड़ फिल्मों की पहली सुपर स्टार थी। उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में काम किया। इनमें से 161 फिल्मों में लीड रोल किया। वे दिलीप कुमार से लेकर NTR तक के साथ हीरोइन रह चुकी थी। दक्षिण भारतीय फिल्मों की इस जानी-मानी अदाकारा ने लगभग सात दशक तक फिल्मों में अभिनय किया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देशभर से विशिष्टजनों से शोक जताया है। उनके फैन इस खबर से काफी दुखी हैं।
बचपन से यूं शुरू हो गया फिल्मी सफर :
बी सरोजा देवी ने कन्नड़, तेलुगु, तमिल के अलावा हिंदी फिल्मों में भी काम किया। बॉलीवुड में दिलीप कुमार के अलावा जाने-माने अभिनेताओं के साथ अभिनय किया था। 07 जनवरी 1938 को बी. सरोजा देवी का जन्म मैसूर राज्यके एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ। पिता एक पुलिस ऑफिसर थे और मां गृहिणी। परिवार ने ही सरोजा को डांस सीखने के लिए मोटिवेट किया। फिल्मों में जाने के लिए उन्हें मनाही नहीं थी। सरोजा ने भी क्लासिकल डांसर के तौर पर ट्रेनिंग ली। जब वह 13 साल की थीं तो एक कार्यक्रम में गाना गा रही थीं, तब प्रोड्यूसर कृष्णमूर्ति की नजर उन पर पड़ी। आगे चलकर 17 साल की उम्र में उन्हें कन्नड़ फिल्म ‘महाकवि कालिदास (1955)’ से काम करने का मौका मिला, फिल्म में उन्होंने सपोर्टिंग रोल किया। यह फिल्म हिट हुई और सरोजा को इंडस्ट्री में पहचान मिली।
29 साल तक 161 फिल्मों में लीड रोल :
161 फिल्मों में किया लीड हीरोइन का रोल
बी. सरोजा देवी 1955 से 1984 के बीच लगभग 29 साल तक लीड हीरोइन के रोल में नजर आईं और लगभग 161 फिल्मों में लीड हीरोइन बनी थीं। साउथ के मशहूर एक्टर एनटीआर के साथ बड़े पर्दे पर इनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। एम जी रामचंद्रन, जैमीनी गणेशन जैसे चर्चित दक्षिण भारतीय अभिनेताओं के साथ भी कई फिल्में सरोजा देवी ने कीं।
हिन्दी फिल्मों में इतना काम :
हिंदी फिल्म ‘पैगाम(1959)’ में दिलीप कुमार के साथ नजर आईं। साथ ही राजेंद्र कुमार, सुनील दत्त, शम्मी कपूर जैसे अभिनेताओं के साथ सरोजा देवी ने हिट फिल्में दी थीं। राज कपूर के साथ भी काम करने का मौका फिल्म ‘नजराना(1961)’ में सरोजा देवी को मिला, मगर डायरेक्टर सी.वी श्रीधर के साथ विवाद के कारण फिल्म से उन्हें रिप्लेस कर दिया गया। बाद में फिल्म में सरोजा देवी जगह वैजयंतीमाला को लिया गया। शादी के बाद भी सरोजा देवी ने फिल्मों में अभिनय जारी रखा, उन्होंने श्री हर्षा से साल 1967 में शादी की, सरोजा देवी के पति पेशे से इंजीनियर थे।
सम्मान :
भारत सरकार द्वारा उन्हें साल 2008 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। साल 1992 में पद्म भूषण और 1969 पद्म श्री से सम्मानित किया गया। साल 1994 में फिल्मफेयर ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (साउथ) से सम्मानित किया।