Sole movie 50 years : 'तेरा क्या होगा कालिया' की गूंज अब सुनाई देगी टोरंटो फिल्म महोत्सव में, फिल्म के मूल अंश दिखाए जाएंगे
अगले सप्ताह अपनी रिलीज के 50 साल पूर्ण कर रही अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, जया भादुड़ी अभिनीत फिल्म शोले को मूल अंत के साथ देश में देखने के लिए अभी इंतजार करना होगा। हालांकि अगले महीने इसे टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया जाएगा। टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में फिल्म का संवाद ... तेरा क्या होगा कालिया गूंजेगा।
शुक्रवार को, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन ने इंटरनेट मीडिया पर शोले के 4के रीस्टोर (संरक्षित) वर्जन की उत्तरी अमेरिकी प्रीमियर की घोषणा की। बताया गया कि 50वें टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में उत्तरी अमेरिकी प्रीमियर के साथ शोले रीस्टोर संस्करण के साथ 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। विशेष स्क्रीनिंग छह सितंबर को 1800 सीटों वाले राय थामसन हाल में भव्य कार्यक्रम में होगी।
4के का मतलब लगभग 4000 पिक्सल क्षैतिज स्क्रीन रिजाल्यूशन है। इसमें फिल्म या चलचित्र बेहद उम्दा दिखती हैं। भारत में मूल अंत के साथ फिल्म की रिलीज को लेकर शोले के निर्देशक रमेश सिप्पी के भतीजे शहजाद सिप्पी ने बताया कि हमने इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। शहजाद ने सिप्पी फिल्म्स के अधिकार खरीद लिए हैं।
बता दें कि 15 अगस्त, 1975 में रिलीज हुई शोले के अंत में पूर्व पुलिस अधिकारी ठाकुर (संजीव कुमार) गब्बर सिंह (अमजद खान) को अपने नुकीले जूतों से मारकर प्रतिशोध लेता है। उस दौरान इमरजेंसी थी, लिहाजा इस क्लाइमेक्स से केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) खुश नहीं था और चाहता था कि अंत बदला जाए।
उनका मानना था कि फिल्म में बहुत अधिक हिंसा है। लिहाजा रमेश सिप्पी ने अंत को फिर से शूट किया जिसमें ठाकुर द्वारा पीटे जाने के बाद गब्बर को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। इस अंत के साथ तीन-चार दृश्य और थे जिन्हें हटाया गया उन्हें भी मूल फिल्म में देखा जा सकेगा।