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KOLAYAT : मछलियां मरने की जांच करने एक्सपर्ट पहुंचे कोडमदेसर झील

RNE KOLAYAT .

बीकानेर जिले की एक झील में बड़ी तादाद में मछलियां मरने का मामला सामने आया है। घटना की जांच करने प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है। इसके साथ ही मत्स्य विभाग की टीम को भी बुलाया गया है।

घटना कोडमदेसर झील की है। यह स्थान भैरवनाथ मंदिर के लिए विख्यात है। यहां पिछले तीन-चार दिनों से मछलियां मरने का क्रम दिख रहा था। ऐसे में प्रशासन को सूचना दी तो आज टीमें मौके पर पहुंची।

मृत मछलियों को दफनाने के लिऐ खोदा जा रहा गढ्ढा।

पानी कमी, गर्मी ज्यादा :

प्राथमिक तौर पर मौत की वजह गर्मी मानी जा रही है। गर्मी की वजह से झील का पानी सूखकर बहुत कम रह गया। ऐसे में जो पानी बचा वह तापमान ज्यादा होने से खोलने लगा और मछलियां मर गई।

दूर तक आ रही दुर्गंध :

बड़ी तादाद में मछलियां मरने से दूर तक दुर्गंध फैल रही है। विशेषज्ञों की टीम ने गढ्ढा खोदकर मृत मछलियों को दफनाने का सुझाव दिया है।

कहीं कोई बीमारी तो नहीं फैल रही :

 

मछलियों की मौत के साथ ही एक आशंका यह भी है कि कहीं कोई बीमारी तो नहीं फैल रही। इस आशंका की वजह है मछलियों के साथ ही पक्षियों की मौत। झील में और उसके आस-पास कई ऐसे मृत पक्षी मिल हैं जिनका भोजन मछलियां हैं। ऐसे में आशंका यह हो रही है कि कहीं बीमार मछलियां खाने से पक्षियों की मौत तो नहीं हो रही।

यूं सामने आया मामला :

दरअसल तालाब में पिछले दो दिनों से मछलियों के मरने का सिलसिला चल रहा था। इससे तालाब कि ऊपरी सतह पर मछलियां तैरती नजर आ रही थीं। मरी मछलियों के कारण गांव में फैली बदबू से परेशान ग्रामीणों ने सरपंच प्रतिनिधि जेठाराम कुम्हार को मामले की जानकारी दी।

ये अधिकारी पहुंचे :

मौक़े पर पहुंचे जेठाराम कुम्हार ने मौका देख एसडीएम राजेंद्र कुमार को जानकारी दी। इसके बाद कोलायत विकास अधिकारी वीरपाल सिंह, सहायक विकास अधिकारी दिलीप सिंह बीका, भवानी सिंह मौक़े पर पहुंचे तथा मामले कि जानकारी ली।

मत्स्य विभाग की टीम बुलाई :

दोपहर को मत्स्य विभाग के क्षेत्रीय विकास अधिकारी पूर्णाराम प्रजापत व उनकी टीम मौक़े पर पहुंची। प्रजापत ने कहा कि कम पानी व गर्मी मछलियों के मरने का कारण है। उन्होंने मछलियों को सरोवर से बाहर निकलवाकर मिट्टी में गाढ़ने के निर्देश दिए। साथ ही तालाब में चुना डालने कि बात कही जिससे पानी साफ हो सके। इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी सुनील सुथार, कालूदास, शिवदास सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

काम शुरू 3 दिन लगेंगे :

सरपंच प्रतिनिधि जेठाराम कुम्हार ने बताया कि हजारों कि संख्या में मछलियां मरी हुई है। मछलियों को तालाब से बाहर निकालने के लिए दो से तीन दिन लग जाएंगे। इसके लिए पंचायत स्तर पर जेसीबी मशीन तथा लेबर से काम शुरू करवा दिया है। सरोवर से थोड़ी दुरी पर गड्ढा खोदकर मछलियां उसमे डालने का काम शुरू कर दिया गया है।