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साहित्य अकादेमी ने आयोजित किए दो कार्यक्रम 

RNE, BIKANER.

प्रतिष्ठित फ्रैंकफर्ट अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले के 75वें संस्करण के पहले दिन आज साहित्य अकादेमी ने विभिन्न देशों के कई प्रकाशकों के साथ संपर्क किया और दो साहित्यिक कार्यक्रम भी आयोजित किए। साहित्य अकादेमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव द्वारा संचालित पहले कार्यक्रम, “भारत की साहित्यिक विरासत” पर आयोजित पैनल चर्चा में तीन प्रख्यात विद्वानों, प्रो. बद्री नारायण, प्रो. धनंजय सिंह और श्री विश्वास पाटिल ने भारतीय साहित्यिक परंपराओं के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।

चर्चा के दौरान भारतीय साहित्य की विशिष्टता, भारतीय संस्कृति की विविधता, भारत की स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों, ज्ञान प्रणालियों के संवर्धन में मौखिक परंपराओं की भूमिका, भारत का दार्शनिक और धार्मिक साहित्य, अनुवाद, समकालीन भारतीय साहित्य आदि के विभिन्न पक्षों पर व्यापक बातचीत हुई।

दूसरे कार्यक्रम, लेखक से भेंट के अंतर्गत प्रख्यात मराठी लेखक और विद्वान श्री विश्वास पाटिल ने ऐतिहासिक कथा लेखन, ग्रामीण भारत, अण्णा भाऊ साठे, भारतीय साहित्यिक परंपराओं, दलित लेखन और समकालीन मराठी साहित्य के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी।

कल (17 अक्टूबर 2024) साहित्य अकादेमी द्वारा “लेखक से भेंट ” कार्यक्रम के अंतर्गत प्रख्यात कवि एवं जी .बी. पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान, इलाहाबाद के निदेशक , बद्री नारायण से बातचीत का आयोजन होगा। साहित्य अकादेमी ने इस पुस्तक मेले में अपने 100 प्रकाशनों को अनुवाद और कॉपीराइट के लिए उपलब्ध कराया है।