अलग अलग सीटों की दी जिम्मेवारी, वरिष्ठ नेताओं को भी सक्रिय किया
RNE Network
भाजपा ने 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में अपनी पूरी शक्ति झोंक दी है। मंत्रियों व वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतार इस बार पूरा जोर लगाया है। इन चुनावों में वो अपना रेकॉर्ड सुधार विपक्ष से एक दो सीट छीनना चाहती है।
प्रचार में सीएम, डिप्टी सीएम व मंत्रियों की पूरी फौज उतर गई है। भाजपा ने 7 सीटों पर 34 नेताओं को उतारा है और जीत की जिम्मेवारी दी है।
इन 4 सीटों पर ज्यादा जोर:
भाजपा ने 7 में 4 सीटें चुनी है और उन पर ज्यादा फोकस किया है। इन सीटों पर वो बड़ा उलटफेर करना चाहती है। ये सीटें है, दौसा, चौरासी, सलूम्बर व झुंझनु। इन सीटों पर ज्यादा नेता लगाए गए है।
सीटवार ये सक्रिय हैं मंत्री:
दौसा सीट
इस सीट पर डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, पूर्व अध्यक्ष अशोक परनामी, अजीत मांडन और भूपेंद्र सैनी को लगाया है।
देवली उणियारा सीट
इस सीट पर जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, सांसद दामोदर अग्रवाल व बंसीलाल खटीक को जिम्मेवारी दी गई है।
खींवसर सीट
इस सीट पर चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, मंत्री सुरेश रावत, नारायण पंचारिया व अशोक सैनी को कमान दी गई है।
झुंझनु सीट
इस विधानसभा सीट पर खाद्य मंत्री सुमित गौदारा, मंत्री अविनाश गहलोत, घनश्याम तिवाड़ी, गोवर्धन वर्मा व विजेंद्र पूनिया को लगाया गया है।
सलूम्बर सीट
यहां राजस्व मंत्री हेमंत मीणा, सांसद मन्नालाल रावत, विधायक श्रीचंद कृपलानी, ताराचंद जैन, मानसिंह बारहठ, नाहर सिंह जोधा को जिम्मेवारी दी गई है।
चौरासी सीट
जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, सांसद चुन्नीलाल गरासिया, श्रीचंद कृपलानी, हरीश पाटीदार, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, मिथिलेश गौतम को इस सीट पर लगाया गया है।
रामगढ़ सीट
सहकारिता मंत्री गौतम दक, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम, महेंद्र कुमावत, मुकेश गोयल को लगाया गया है।