जलभराव के खिलाफ किसमीदेसर में चल रहा धरना हटते ही फिर बारिश
RNE, Bikaner.
किसमीदेसर में सालों से जलभराव की समस्या झेलते हुए परेशान हो चुके लोगों के लंबे चल रहे धरने पर मंगलवार को भाजपा नेता गुमानसिंह राजपुरोहित, नगर निगम आयुक्त अशोक कुमार असीजा सहित कई अधिकारी पहुंचे।
प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। समस्या के समाधान का लिखित आश्वासन दिया। उन्हें बताया कि समाधान के लिए बीकानेर को 100 करोड़ रूपए बजट में घोषित हुए हैं। इसके बाद धरना एकबारगी स्थगित हो गया। रोचक बात यह है कि बारिश के मौसम में बदहाली होने से आक्रोशित लोगों ने धरना लगाया था, ज्योंकि धरना हटा कुछ ही देर में बारिश हो गई। एक बार फिर इस इलाके में पानी भरने का खतरा पैदा हो गया।
मामला यह है:
दरअसल बीकानेर में बदहाल हो चुकी सीवरेज, ड्रेनेज व्यवस्था के साथ ही सालों से झेली जा रही जलभराव की समस्या के खिलाफ फूट रहे आक्रोश ने प्रशासन ही नहीं भाजपा नेताओं, विधायकों, मंत्रियों की नींद उड़ा दी है। खासतौर पर कई दिनों से किसमीदेसर में चल रहे धरने की आंच केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल तक भी पहुंची है।
वजह, यह केन्द्रीय मंत्री का पुश्तैनी इलाका है जहां सालों से जलभराव की समस्या रहती है। लगातार चौथी बार सांसद होने और पिछले 10 साल से मंत्री रहने के बावजूद इसका समाधान नहीं होने से लोगों में मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के खिलाफ भी आक्रोश पनपने लगा। धरने पर उनके खिलाफ नारे भी लगे।
गुमानसिंह बने संकट मोचक:
लगातार चल रहा धरना और इसके साथ ही इस पर हो रही राजनीति ने भाजपा नेताओं की नींद उड़ा दी थी। कांग्रेस नेता धरने पर पहुंचकर भाषण देते नजर आये। भाजपा शासन में अव्यवस्थाओं की बात करते रहे। ऐसे में मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के नजदीकी भाजपा नेता और मेयर सुशीला कंवर के ससुर गुमानसिंह राजपुरोहित धरनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों की मौजूदगी में धरनार्थियों से बात की। कहा, सरकार ने बीकानेर में जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए बजट में 100 करोड़ रूपए मंजूर किये हैं। जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा। उन्होंने लोगों ने भी अपने सुझाव देने को कहा।
कुल मिलाकर, बातचीत का नतीजा यह रहा कि धरना हटाने पर लोग राजी हो गया और जहां हर दिन मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे वहां ‘मेयर-जिंदाबाद’ नारे लगे।
गौरतलब है कि इससे पहले बजरंग विहार में बंधा टूटने से आक्रोशित लोगों ने जब सड़क पर जाम लगाया तब भी भाजपा नेता गुमानसिंह संकटमोचक बनकर पहुंचे और लोगों से बातचीत कर जाम हटवाया। काम शुरू करवाया।