राजस्थान में हाई अलर्ट: बीकानेर के कई सामाजिक संगठन बंद के विरोध में,भरतपुर में नेट बंद
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अजा-जजा आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में कल 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान देखते हुए राजस्थान में हाई अलर्ट किया गया है। सभी कलेक्टर्स-एसपी को शांति व्ययस्था के लिए माकूल बंदोबस्त करने के निर्देश दिये गये हैं।
इसके साथ ही एहतियात के तौर पर बीकानेर, जयपुर सहित कई जिलों में स्कूलों-कोचिंग संस्थाओ की छुट्टी घोषित की गई है। इन जिलों में जयपुर के साथ ही भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर और डीग शामिल है। भरतपुर में सुबह 09 से शाम को 06 बजे तक इंटरनेट बंद करने का आदेश भी दिया गया है।
बीकानेर की कलेक्टर नम्रता वृष्न्णि ने बुधवार को जिले के सभी निजी-सरकारी स्कूल, कोचिंग, अंगनबाड़ी केंद्र, मदरसों में अवकाश घोषित किया है।
बीकानेर : बंद के विरोध में सड़क पर उतरे संगठन
एक ओर जहां बंद के लिए आह्वान और तैयारियाँ हो रही हैं वहीं दूसरी ओर कुछ सामाजिक संगठन बंद के विरोध में भी सड़क पर उतरे हैं। अनुसूचित जाति, जनजाति वंचित वर्ग संघर्ष समिति न्यायालय के फैसले का समर्थन किया है।
संगठन ने बंद का विरोध करते हुए जुलूस के रूप में प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन दिया। प्रदर्शन में शिवलाल तेजी, चन्द्रशेखर चांवरिया, बी.आर. जाखटिया आदि शामिल रहे।
दूसरी ओर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा- कांग्रेस कार्यकर्ता इस लड़ाई में साथ है। बीजेपी आरक्षण के खिलाफ है। उन्होंने कहा- जिस प्रकार भाजपा की मानसिकता है, वह संविधान को कमजोर करने की, आरक्षण को कमजोर करने की है।
अनुसूचित जाति-जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक अनिल गोठवाल ने बताया- बंद को शांतिपूर्वक सफल बनाया जाएगा। समिति किसी भी हिंसा का समर्थन नहीं करती है।