जोधपुर : हंगामा बढ़ा, अभिभावक साथ स्कूल पहुँचे, परिजनों ने मांगी गाइडलाइन
आरएनई,स्टेट ब्युरो।
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं का ड्रेस कोड होने के बावजूद वे हिजाब पहनकर स्कूल आ रही हैं। जिसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। जोधपुर के ग्रामीण जिले पीपाड़ शहर में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नंबर-2 में पढ़ने वाली छात्राओं को हिजाब नहीं पहनकर आने का कहा गया। इसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि छात्राएं अपने अभिभावक को साथ लेकर स्कूल पहुंची और कहा कि वह हिजाब पहनकर स्कूल आएंगे। स्कूल स्टाफ ने छात्रों को भी निर्धारित स्कूल के यूनिफॉर्म में आने बोला है।
इस दौरान मौके पर पीपड़ पुलिस थाना से अतिरिक्त स्टाफ भी बुलाया गया। अन्य परिजन भी स्कूल पहुंचे, सभी को एक जैसी ड्रेस कोड में आने के लिए कहा जा रहा है। प्रिंसिपल राम किशोर सांखला ने बताया कि हमने सिर्फ बच्चों को जो सरकारी निर्धारित स्कूल ड्रेस कोड है उसे पहनकर स्कूल आने के लिए बोला हैजिस पर कुछ अन्य समुदाय के लोगों ने स्कूल में आकर हंगामा किया। जिस स्कूल का माहौल तनावपूर्ण हो गया पुलिस के अतिरिक्त जाप्ते के आने के बाद माहौल शांत किया गया।
शिक्षा मंत्री ने कही थी यह बात
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कुछ दिन पहले कहा था कि प्रदेश की सभी सरकारी स्कूलों में राज्य सरकार की ओर से ड्रेस निर्धारित की गई है। निजी स्कूलों में भी अपने-अपने स्तर पर ड्रेस कोड में बच्चे आते हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं को निर्धारित ड्रेस में ही स्कूल जाना होगा। इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी मनचाही ड्रेस पहनकर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान के किसी भी सरकारी या निजी स्कूलों में धर्मांतरण नहीं होने दिया जाएगा इसे सख्ती से रोका जाएगा।
परिजनों ने मांगी गाइडलाइन
छात्रों के परिजनों का कहना है कि कोई लिखित में गाइडलाइन आई है तो हमें दिखाइए वर्ना आप हमारे बच्चों को इस तरह से परेशान नहीं कर सकते हैं। हम आप पर कार्रवाई करेंगे। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के यूनिफॉर्म कोड निर्धारित हैं. ड्रेस कोड के अलावा कुछ भी पहनकर आने पर स्कूल की अनुशासनहीनता मानी जाती है. छात्र या छात्राओं स्कूलों के निर्धारित ड्रेस कोड में ही आने की इजाजत है।