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सीएमएचओ को रजिस्टर देने में आनाकानी, ताला तोड़ने की बात आई तो चाबी थमाई

  • डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंसी प्रोग्राम में तीन महीनों के लिए नियुक्त हैं रेजिडेंट डॉक्टर
  • अनुपस्थित होने पर सीएमएचओ मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को चिट्ठी लिखेंगे
  • बीकानेर में सीएम की सख्ती बेअसर
  • बीकानेर में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाएं


RNE, BIKANER .

बीकानेर में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं से नाराज होकर मुख्यतंत्री के आदेश पर भले ही सीएमएचओ और ब्लॉक सीएमओ को एपीओ कर दिया गया लेकिन हॉस्पिटलों में हालत में अभी भी सुधार नहीं हो रहे हैं। सरकार ने हीटवेव और मौसमी बीमारियों से बचाव पर जोर दे रही है जबकि डॉक्टर, कर्मचारी से लेकर रेजीडेंट डॉक्टर तक हॉस्पिटलों से गायब हो रहे हैं। रविवार को भी ऐसे ही हैरान करने वाले हालात तब नजर आये जब कार्यवाहक सीएमएचओ डा.राजेश गुप्ता अचानक निरीक्षण करने पहुंचे।


खासतौर पर पूगल के उप जिला हॉस्पिटल में सीएमएचओ पहुंचे तो वहां लगभग पूरा स्टाफ ही नदारद था। हैरानी की बात यह है कि हाजिरी रजिस्टर मांगा तो स्टाफ ने आनाकानी की। ऐसे में एकबारगी बात यहां तक पहुंच गई की वीडियोग्राफी करवाते हुए ताला तुड़वा जाएं। ऐसे में चाबी थमाई। रजिस्टर निकालकर देखा तो यहां नियुक्त 21 में से 20 रेजिडेंट डॉक्टर आज जहां मौजूद नहीं है वहीं दो दिन से उनकी हाजिरी नहीं है मतलब यह कि ये डॉक्टर यहां नियमित सेवाएं नहीं दे रहे हैं। इतना ही नहीं हॅस्पिटल इंचार्ज भी बगैर किसी अनुमति या स्वीकृत छुट्टी के गायब थे। इसके साथ ही 06 कर्मचारी भी मौके पर नहीं मिले।


इसलिये जिले के हॉस्पिटलों में नियुक्त हैं रेजिडेंट डॉक्टर :

आमतौर पर रेजिडेंट डॉक्टर मेडिकल कॉलेज से जुड़े हॉस्पिटलों में नियुक्त होते हैं लेकिन एनएमसी ने अब इनके पाठ्यक्रम में संशोधन करते हुए डिस्ट्रिक्ट रेजिडेंसी प्रोग्राम (डीआरपी) को जोड़ दिया है। इस प्रोग्राम के तहत पीजी का एक साल पूरे कर चुके रेजिडेंट डॉक्टर को तीन महीनों के लिए जिलों के हॉस्पिटलों में सेवाएं देनी होती है। बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी ऐसे तीन हॉस्पिटलों में रेजिडेंट डॉक्टर तैनात है। फिलहाल इनमें सर्वाधिक 21 डॉक्टर पूगल, 12 कोलायत और एक डॉक्टर नोखा में नियुक्त हैं।

इसलिये रेजिडेंट डॉक्टर्स को लगाते हैं जिलों के हॉस्पिटलों में :

दरअसल रेजिडेंट डॉक्टर्स को जिलों के हॉस्पिटलों में लगाने के दो बड़े कारण है। पहला इन डॉक्टर्स की सेवाओं का लाभ ग्रामीण हॉस्पिटलों में मिल जात है। दूसरा-इन डॉक्टर्स को भी ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्ति से पहले यहां सेवा का अनुभव मिलता है। इन हॉस्पिटल के इंचार्ज रेजिडेंट डॉक्टर्स को तीन महीने का सर्टिफिकेट देते हैं। इनकी हाजरी भी यहीं लगती है।

प्राचार्य को लिखेंगे पत्र :

सीएमएचओ डा.राजेश गुप्ता का कहना है, सभी नदारद कर्मचारियों-इंचार्ज को नोटिस दिया जाएगा। इसके साथ ही रेजिडेंट डॉक्टर्स की अनुपस्थिति की सूचना देने के लिए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को पत्र लिखा जाएगा।

कहां, कैसा, क्यों निरीक्षण :

जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता ने रविवार को उप जिला अस्पताल पूगल, सीएचसी खाजूवाला, पीएचसी दंतोर तथा उप स्वास्थ्य केंद्र माधोडिग्गी एवं करनीसर भटियान का औचक निरीक्षण किया।

डॉ गुप्ता ने प्रमुख रूप से हीटवेव के विरुद्ध तैयारी, मौसमी बीमारियों, डेंगू मलेरिया के नियंत्रण, कोल्ड चेन पॉइंट, डिलीवरी आदि बिंदुओं पर अस्पतालों की गहन जांच की। निरीक्षण में ब्लॉक सीएमओ खाजूवाला डॉ मुकेश मीणा भी शामिल रहे।

पूगल में ये हाल :

उप जिला अस्पताल पूगल में गंभीर अनियमितताएं तथा अव्यवस्थाओं का आलम मिला। अस्पताल के प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सहित 6 कर्मचारी और मेडिकल कॉलेज की ओर से लगाए गए 20 रेजीडेंट चिकित्सक नदारद मिले। वहीं हीटवेव वार्ड व साफ सफाई की व्यवस्थाओं में भी कमियां पाई गई। डॉ गुप्ता ने बताया कि संस्थान में एक चिकित्सक के अलावा प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सहित सभी चिकित्सा अधिकारी अनुपस्थित पाए गए। संस्थान में 2 नर्सिंग अधिकारी के अलावा यूटीबी और नियमित सभी नर्सिंग अधिकारी अनुपस्थित पाए गए जिन्हे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज लगाए गए 21 रेजिडेंट चिकित्सक में से केवल 1 ही चिकित्सक उपस्थित पाए गए। जिस हेतु पीबीएम अधीक्षक को दूरभाष पर सूचना दी गई और पत्र भेजकर उक्त के सम्बंध में सूचित किया गया। संस्थान की लैब सुचारू नही पाई गई। लेबर रूम में साफ़ सफाई का अभाव पाया गया जिस हेतु संबधित को नोटिस देकर दिशा निर्देश दिए गए। मरीजों के पेयजल हेतु वाटर कूलर और समस्त चिकित्सालय में एसी और कूलर लगाने के निर्देश दिए गए। संस्थान में कोल्ड चेन प्वाइंट का निरीक्षण किया गया जिसमें सभी कमियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। डॉ गुप्ता ने बताया कि वह जल्द ही दोबारा अस्पताल का निरीक्षण करेंगे तब तक समस्त कमियों को दूर कर लिया जाए तथा आमजन को श्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवाएं दी जाए।

पीएचसी दंतोर भी मिली असंतोष जनक

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दंतोर में चिकित्सा अधिकारी अवकाश पर मिले। जिनका अवकाश निरस्त कर ज्वाइन करने हेतु निर्देष दिए गए। एक कंप्यूटर ऑपरेटर और फार्मासिस्ट अनुपस्थित पाए गए।

जिन्हे कारण बताओं नोटिस जारी किया गया। संस्थान में साफ सफाई का अभाव पाया गया। संस्थान में पेयजल हेतु वाटर कूलर लगाने के लिए और हीट वेव वार्ड और अन्य सभी वार्डो में एसी कूलर लगाने व मरीजों के बैठने की व्यवस्था हेतु निर्देश दिए गए। संस्थान की 108 एम्बुलेंस व कोल्ड चेन प्वाइंट का निरीक्षण किया गया।

सीएचसी खाजूवाला में मिली श्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवाएं

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खाजूवाला में निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्था सही पाई गई। संस्थान के अधिकारी कर्मचारी की मीटिंग ली गई और पिछले एक वर्ष के दौरान संस्थांगत प्रसव में आई कमी को दूर करते हुऐ आगामी माह में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के निर्देश दिए गए। सीएचसी के निरीक्षण के दौरान डॉ पुनाराम रोझ एस.एम.ओ. सीएचसी खाजूवाला साथ में रहे।

निजी सोनोग्राफी सेंटर का किया औचक निरीक्षण

सीएमएचओ डॉ गुप्ता द्वारा खाजूवाला में संचालित एक प्राइवेट सोनोग्राफी सेंटर का पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रावधान अनुसार औचक निरीक्षण किया। यहां मरीजों के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं पाई गई और गर्मी के प्रकोप को देखते हुए सेंटर के सचालक चिकित्सक को मरीजों के बैठने के लिए उचित स्थान और पीने के पानी हेतु पानी हेतु वाटर कैम्पर रखने के निर्देश दिए गए। सेंटर पर बैठे हुए गर्मी में बेहाल मरीजो को तुरंत प्रभाव से सीएचसी खाजूवाला में बिठाया गया।