बीकानेर से डॉक्टर नंदकिशोर आचार्य, मधु आचार्य, बृजरतन जोशी, सोनाली सुथार भागीदार
आरएनई, नेटवर्क।
साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित विश्व के सबसे बड़े साहित्योत्सव-2024 का शुभारंभ कल संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल करेंगे। इस 6 दिवसीय समारोह में 1100 से ज्यादा लेखक और विद्वान शामिल होंगे।
समारोह में बीकानेर के लेखक आलोचक डॉक्टर नंदकिशोर आचार्य, साहित्य अकादमी में राजस्थानी परामर्श मंडल के पूर्व संयोजक मधु आचार्य आशावादी, हिन्दी साहित्यकार डॉक्टर बृजरतन जोशी, युवा राजस्थानी कवि सोनाली सुथार शिरकत करेंगे।
अकादमी के 70 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजन :
राष्ट्रीय साहित्य संस्था साहित्य अकादेमी इस वर्ष 70 वर्ष पूरे कर रही है। इस अवसर को स्मरणीय बनाने के लिए अकादेमी द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला ‘साहित्योत्सव’ इस बार विश्व के सबसे बड़े साहित्योत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका उद्घाटन कल माननीय संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल करेंगे। 11 से 16 मार्च 2024 तक रवींद्र भवन परिसर, 35, फीरोज़शाह मार्ग, नई दिल्ल्ली-110001 में मनाए जा रहे इस साहित्योत्सव में 190 से अधिक सत्रों में 1100 से अधिक प्रसिद्ध लेखक और विद्वान भाग ले रहे हैं। इसमें देश की 175 से अधिक भाषाओं का भी प्रतिनिधित्व होगा।
प्रदर्शनी से शुरुआत, संतों के नाम सभागार :
190 से अधिक सत्रों में आयोजित इस साहित्योत्सव की शुरुआत अकादेमी की वर्षभर की प्रमुख गतिविधियों की प्रदर्शनी से होगा, जिसका उद्घाटन संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल करेंगे। भारतीय संतों के नाम पर निर्मित किए गए सभागारों में पूर्वाह्न 11.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक विभिन्न कार्यक्रमों में बहुभाषी कहानी-पाठ, पूर्वोत्तरी, उत्तर-पूर्वी लेखक सम्मिलन, बहुभाषी कविता-पाठ, युवा साहिती और एलजीबीटीक्यू लेखक सम्मिलन के अतिरिक्त भारत का भक्ति साहित्य, सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के माधयम के रूप में रंगमंच, वैचारिक्ता और साहित्य, भारत में बाल साहित्य के अनुवाद से संबंधित मुद्दे, साहित्य एवं स्त्री सशक्तिकरण, तकनीकी और साहित्य आदि विषयों पर चर्चा होगी। इनमें भाग लेने वाले महत्त्वपूर्ण लेखक हैं असगर वजाहत, अर्जुन देव चारण, सूर्यप्रसाद दीक्षित, नवतेज सरना, ब्रात्य बसु, अशोक चक्रधर, वामन केंद्रे, संध्या पुरेचा, भानु भारती, ऑस्कर पुयोल, कुमार तुहिन, तपन बंद्योपाध्याय, पारो आनंद, सुजाता प्रसाद, वर्षा दास, यतींद्र मिश्र आदि।
पुरस्कार वितरण 12 को:
11 मार्च को साहित्य अकादेमी के महत्तर सदस्यों का अभिनंदन भी किया जाएगा। आगामी दिनों में साहित्योत्सव का मुख्य आकर्षण साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2023 अर्पण समारोह होगा, जो 12 मार्च को कमानी सभागार में शाम 5:30 बजे होगा। इस पुरस्कार अर्पण समारोह की मुख्य अतिथि प्रख्यात ओड़िआ लेखिका प्रतिभा राय होंगी। प्रतिष्ठित संवत्सर व्याख्यान प्रख्यात उर्दू लेखक एवं गीतकार गुलज़ार द्वारा 13 मार्च को सायं 6.30 बजे मेघदूत मुक्ताकाशी मंच पर होगा।
‘स्वातंत्र्योत्तर भारतीय साहित्य’ पर चर्चा :
6 दिवसीय इस साहित्योत्सव में इस बार की राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय है – स्वातंत्र्योत्तर भारतीय साहित्य। इसके अतिरिक्त अखिल भारतीय दिव्यांग लेखक सम्मेलन, मीर तकी मीर की जन्म-त्रिशतवार्षिकी पर संगोष्ठी, गोपीचंद नारंग पर एक परिसंवाद जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिताएँ साहित्यिक प्रश्नोत्तरी और कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें दिल्ली एवं एन.सी.आर. के 1000 से अधिक बच्चों के भाग लेने की उम्मीद है।
ये सांस्कृतिक कार्यक्रम :
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत राजश्री वारियर द्वारा भरतनाट्यम्, गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर को श्रद्धांजलि देने के लिए एक विशेष कार्यक्रम ‘कस्तूरी’, महेशाराम द्वारा संतवाणी गायन एवं दयाप्रकाश सिन्हा द्वारा लिखित नाटक ‘सम्राट अशोक का मंचन भी किया जाएगा।
ये विशिष्ट साहित्यकार होंगे शामिल :
इस साहित्योत्सव में भाग ले रहे हिंदी एवं विभिन्न भारतीय भाषाओं के कुछ महत्त्वपूर्ण लेखक एवं विद्वान हैं-एस.एल. भैरप्पा, चंद्रशेखर कंबार, पॉल ज़कारिया, आबिद सुरती, के. सच्चिदानंदन, चित्रा मुद्गल, मृदुला गर्ग, के. इनोक, ममंग दई, एच.एस. शिवप्रकाश, सचिन केतकर, नमिता गोखले, कुल सैकिया, वाई.डी. थोंगची, मालाश्री लाल, कपिल कपूर, अरुंधति सुब्रह्मण्यम, रख़शंदा जलील, राणा नायर, वर्षा दास, सुधा शेषाय्यन, उदय नारायण सिंह, अरुण खोपकर, शीन काफ निजाम आदि। इस साहित्योत्सव में तीन राज्यों के माननीय राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान (केरल), श्री विश्वभूषण हरिचंदन (छत्तीसगढ़), श्री सी.वी. आनंद बोस (पश्चिम बंगाल) विशेष रूप से भाग ले रहे हैं