कही असली के नाम पर आप भी तो नहीं खा रहे हैं जहरीला नकली आलू? इन टिप्स को फॉलो कर असली और नकली में करें पहचान
Fake vs Real potato : आज के समय में मार्केट में नकली चीज है तेजी से बिक रही है। यह चीज देखने में असली की तरह दिखते हैं लेकिन होते नकली हैं। मार्केट में नकली आलू भी बिकने लगा है। इन आलुओं में केमिकल और रंगों का इस्तेमाल किया जाता है जिसका किडनी लीवर और पाचन तंत्र पर बेहद बुरा असर पड़ता है। आपको आलू खरीदते समय असली और नकली में जरूर पहचान करनी चाहिए।
नकली आलू की पहचान करना बेहद ही आसान होता है। असली आलू में एक प्राकृतिक खुशबू आती है जबकि नकली आलू को सुनने पर केमिकल युक्त खुशबू आती है। नकली आलू हाथ में उठाने पर हल्का लगता है लेकिन असली आलू भारी लगता है।
नकली आलू को पहचानने के लिए आप आलू को बीच से काट कर देख सकते हैं असली आलू के रंग अंदर से बाहर तक एक जैसे होते हैं जबकि नकली आलू के अंदरूनी रंग अलग हो सकते हैं। असली आलू का छिलका पतला होता है जबकि नकली आलू का छिलका मोटा होता है।
अगर आलू नकली है तो वह पानी में तहरेगा क्योंकि उसमें हल्के केमिकल्स लगे होते हैं वही असली आलू ठोस होता है, वह पानी में डालने पर पानी में डूब जाता है।
नकली आलू को आग में जलने पर उसमें से धुआं निकलता है इसलिए नकली आलू खरीदते समय जरूर सावधान रहे। अगर आप बाजार से आलू खरीदना चाहते हैं तो कुछ बातों का बेहद ध्यान रखें। नकली आलू को बनाने में खतरनाक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है जो कि शरीर के लिए बेहद घातक होते हैं। इसके इस्तेमाल से कई बार गंभीर बीमारियां हो जाती है। यह लीवर तंत्र के लिए खराब होता है। जब भी मार्केट में आप आलू खरीदने जाएं तो एक बार असली और नकली में जरूर पहचान करें। आपकी छोटी सी लापरवाही आपकी जान ले सकती है।