UIDAI Rules Change : बिना आधार और ओटीपी के होगा केवाइसी प्रोसेस, बदलेंगे यूआइडीएआइ नियम
देश में आधार आधारित केवाइसी प्रोसेस को अधिक सरल और सुरक्षित बनाने के लिए यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) इसकी प्रणाली में बड़ा बदलाव करने जा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूआइडीएआइ का लक्ष्य है कि बिना आधार नंबर और व्यक्तिगत जानकारी साझा किए लोग केवाइसी प्रक्रिया को पूरा कर सकें।
इस नई व्यवस्था में न तो बायोमेट्रिक सत्यापन की जरूरत होगी और न ही ओटीपी की। यूआइडीएआइ ऑफलाइन केवाइसी को बढ़ावा देने के लिए क्यूआर कोड और पीडीएफ फॉर्मेट का उपयोग बढ़ाने की योजना बना रहा है, जो मौजूदा एक्सएमएल फॉर्मेट से अधिक सरल होगा। हाल ही में कई स्टार्टअप कंपनियों जैसे फूड डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को यूजर्स का केवाइसी पूरा करने में दिक्कत आई थी।
जून में यूआइडीएआइ और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आइटी मंत्रालय ने कुछ वेबसाइट्स को आधार डेटा तक अनधिकृत पहुंच के कारण ब्लॉक कर दिया था। इसका असर फिनटेक और लेंडिंग कंपनियों के ग्राहकों को जोड़ने की प्रक्रिया पर पड़ा।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नियम कड़े किए
यूआइडीएआइ ने आधार के पंजीकरण और अपडेट प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब दस्तावेजों की रियल-टाइम वेरिफिकेशन होगी, ताकि फर्जी या डुप्लिकेट पहचान रोकी जा सके।