सिर्फ रजिस्ट्री से नहीं बनते हैं प्रॉपर्टी के मालिक, इन डॉक्यूमेंट की भी पड़ती है जरूरत, जानें यहां
Property Rights : प्रॉपर्टी को लेकर आज के समय में सबसे ज्यादा झगड़ा देखने को मिलता है। कई लोगों को लगता है कि सिर्फ रजिस्ट्री करा लेने से वह प्रॉपर्टी के मालिक बन जाएंगे लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। रजिस्ट्री के अलावा भी प्रॉपर्टी का मालिक बनने के लिए कई डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है।
प्रॉपर्टी के मालिक बनने के लिए सिर्फ रजिस्ट्री ही काफी नहीं है, बल्कि कुछ अन्य महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स भी आवश्यक होते हैं। इन डॉक्यूमेंट्स के बिना, प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है।
इन महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स में शामिल हैं
1. खतौनी: खतौनी एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है जो प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को दर्शाता है। यह डॉक्यूमेंट सरकारी रिकॉर्ड में प्रॉपर्टी के मालिक के नाम को दर्ज करता है।
2. दस्तावेज़: प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को सुनिश्चित करने के लिए दस्तावेज़ जैसे कि सेल डीड, गिफ्ट डीड, आदि आवश्यक होते हैं। ये दस्तावेज़ प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं।
3. म्यूटेशन: म्यूटेशन एक प्रक्रिया है जिसमें प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को सरकारी रिकॉर्ड में अपडेट किया जाता है। यह प्रक्रिया प्रॉपर्टी के मालिक के नाम को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए आवश्यक है।
4. पजेशन सर्टिफिकेट: पजेशन सर्टिफिकेट एक डॉक्यूमेंट है जो प्रॉपर्टी के मालिक को प्रॉपर्टी पर कब्जा करने का अधिकार देता है। यह डॉक्यूमेंट प्रॉपर्टी के मालिक को प्रॉपर्टी पर अपना अधिकार स्थापित करने में मदद करता है।
इन सभी डॉक्यूमेंट्स के साथ-साथ रजिस्ट्री भी आवश्यक है ताकि प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को सुनिश्चित किया जा सके। इसलिए, प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने से पहले इन सभी डॉक्यूमेंट्स की जांच करना और उन्हें सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर इन डॉक्यूमेंट्स में से कोई भी एक डॉक्यूमेंट गायब है, तो प्रॉपर्टी के मालिकाना हक को सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है।