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Success Story: बिकानेर जिले के छोटे से गांव की मिट्टी से उठकर देश के टॉपर्स में हुआ शामिल रॉबिन मंडा, परिवार का किया नाम रोशन 

रॉबिन मंडा ने अपनी सफलता का श्रेय  अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने कहा मेरी मेहनत के साथ मेरे करियर को दिशा और ऊर्जा मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने दी। सिंथेसिस ग्रुप ऑफ एजुकेशन  के अनुभवी शिक्षकों ने भी हर मोड़ पर मेरा मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सफलता के पीछे टाइम मैनेजमेंट से लेकर मानसिक तैयारी तक हर स्तर का अहम रोल है । 
 

Bikaner News: अगर कोई व्यक्ति जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर ले तो मंजिल चाहे कठिन हो उसके लिए कोई माइने नहीं रखती। इस कहावत को बीकानेर जिले में छोटे से गांव जांगलू के रहने वाले रॉबिन मंडा ने सच करके दिखाया है। बीकानेर जिले का देशभर में नाम रोशन करने वाले रॉबिन मंडा ने NEET-UG 2025 की परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 32वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है।

रोबिन मंडा ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हजारों-लाखों विद्यार्थियों के बीच एक अत्यंत गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। रॉबिन को सामान्य श्रेणी में पूरे देश में 27वीं रैंक हासिल हुई है। उनकी इस सफलता के पीछे परिश्रम और मानसिक दृढ़ता के साथ उनके माता-पिता का त्याग और आशीर्वाद भी रहा है। पिता ने खेतों में कड़ी मेहनत कर और मां ने हर कठिन घड़ी में साहस बढ़ाते हुए रोबिन का भविष्य सवारने का काम किया।

रॉबिन मंडा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने कहा मेरी मेहनत के साथ मेरे करियर को दिशा और ऊर्जा मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने दी। सिंथेसिस ग्रुप ऑफ एजुकेशन  के अनुभवी शिक्षकों ने भी हर मोड़ पर मेरा मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सफलता के पीछे टाइम मैनेजमेंट से लेकर मानसिक तैयारी तक हर स्तर का अहम रोल है। 

रॉबिन मंडा की इस सफलता पर सिंथेसिस ग्रुप ऑफ एजुकेशन के अकादमिक निदेशक डॉ. श्वेत गोस्वामी ने भी समस्त जिला वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, रॉबिन की सफलता उसकी कड़ी मेहनत और सोच का परिणाम है। बच्चों को सही मार्गदर्शन और समय पर उचित दिशा मिल जाए तो किसी भी मुश्किल से मुश्किल मंजिल को प्राप्त किया जा सकता है।