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यूपीएससी में बीकानेर की ‘खुशहाली’: सोशल मीडिया से दूरी नहीं बनाई, वहां मौजूद मैटीरियल्स का सही उपयोग किया: खुशहाली

मनोज आचार्य, अभिषेक पुरोहित

आरएनई, बीकानेर।

बीकानेर की खुशहाली सोलंकी ने यूपीएससी में 61वीं रैंक हासिल कर जहां एक बड़ा मुकाम हासिल किया है वहीं परिवार के लिए भी खुशी और गर्व का क्षण पैदा किया है। उनके पिता राजेश सोलंकी और माता संगीता सोलंकी दोनों ही सरकारी सेवा में एक्सईएन हैं।


‘रूद्रा न्यूज एक्सप्रेस’ की टीम जब भुट्टों का चौराहा स्थित सोलंकी परिवार के घर पहुंची तो पूरा घर खुशियों से महक रहा था। लगातार फोन बज रहे थे। इसी दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने फोन पर सोलंकी दंपति और उनकी होनहार बेटी खुशहाली को बधाई दी। सीएम भजनलाल ने खुशहाली से कहा, माता रानी और ठाकुरजी के आशीर्वाद से आपने यह मुकाम हासिल किया है। आपके उज्वल भविष्य की कामना करता हूं।

खुशी के इस मौके पर रूद्रा न्यूज एक्सप्रेस की टीम में शामिल मनोज आचार्य और अभिषेक पुरोहित ने सबसे पहले उपलब्धि हासिल करने वाली खुद खुशहाली से बात की। उनके माता-पिता ने भी अपने अनुभव बांटे।

पहले ऑनलाइन कोचिंग ली, फिर सेल्फ स्टडी पर जोर:
‘काफी मेहनत के बाद मुझे आज यह सफलता मिली है। इसलिये मैं आज बहुत खुश हूं। जहां तक बात पढ़ाई की है तो मैंने शुरूआत में 10 से 12 घंटे तक पढ़ाई की। शुरूआत में कुछ समय तक ऑनलाइन कोचिंग ली फिर सेल्फ स्टडी पर आ गई। बाद में पढ़ाई का समय भी घटकर छह से सात घंटे हो गया।
पहली बार में सफलता नहीं मिली लेकिन खुद पर इस विचार को हावी नहीं होने दिया कि ‘मैं यह नहीं कर सकती’। पूरा विश्वास था कि ‘मैं कर पाऊंगी।’

किसी को देखकर कोई कैरियर न चुनें:
मुझे देखकर कोई खुशहाली बनना चाहे यह ठीक नहीं। जिसकी जिस सब्जेक्ट में रूचि है वह उसे उसी फील्ड में अपना कैरियर चुनना चाहिए। हां, मेहनत पूरी करनी बहुत जरूरी है।

सोशल मीडिया से दूरी नहीं:
मैंने सोशल मीडिया से दूरी नहीं बरती। बस, वहां मौजूद स्टडी की संभावनाओं को तलाशा। मसलन, टेलीग्राम पर कई ग्रुप ऐसे हैं जिन पर अच्छा स्टडी मैटीरियल मिलता है। इनका उपयोग अपनी पढ़ाई में किया। सोशल मीडिया से दूरी बनाने की बजाय उसका उपयोग करना सीख लें तो यह काफी सहयोगी है।

सीएम से बात करना, इंटरव्यू देना दोनो रोमांचक:
हां, कहा जाता है कि यूपीएससी का इंटरव्यू देना काफी टफ है। इसी तरह जब आज सफलता के बाद मुख्यमंत्री का फोन तो उनसे बात करना भी काफी झिझकभरा हो सकता है। मेरे लिये दोनों ही टफ नहीं रहे। दोनों क्षणों ने मुझे रोमांचित किया।