Kolkata : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की पहली Under Water Metro का उद्घाटन करेंगे, हावड़ा-कोलकाता के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी
बंगाल ने दोहराया इतिहास : 40 साल पहले देश की पहली मेट्रो कोलकाता में चली थी
RNE Network.
देश की पहली Under Water Metro ट्रेन का आज यानी 06 मार्च 2024 को उद्घाटन होने जा रहा है। हावड़ा और कोलकाता के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने वाली इस ट्रेन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी आज पश्चिम बंगाल में 15,400 करोड़ रुपए के कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन्हीं में सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट कोलकाता में देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो का उद्घाटन है। वे उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
जानिए कैसी है देश की पहली Under Water Metro :
यह मेट्रो जमीन से 33 मीटर नीचे और हुगली नदी की सतह से 13 मीटर नीचे चलेगी। इसके लिए हावड़ा स्टेशन से महाकरण स्टेशन तक 520 मीटर लंबी टनल बनाई गई हैं, जिसमें दो ट्रैक बिछाए गए हैं। मेट्रो टनल को 80 किमी/घंटे की रफ्तार से सिर्फ 45 सेकेंड में पार कर लेगी। इससे हावड़ा और कोलकाता की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। रोज 7 से 10 लाख लोगों का सफर आसान होगा।
मशीनों का नाम ‘प्रेरणा’ और ‘रचना’ क्यों ? :
कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर सैयद मो. जमील हसन बताते हैं कि 2010 में टनल बनाने का कॉन्ट्रैक्ट एफकॉन्स कंपनी को दिया। एफकॉन्स ने जर्मन कंपनी हेरेनकनेक्ट से टनल बोरिंग मशीन (TBM) मंगाईं। इन मशीनों के नाम प्रेरणा और रचना हैं, जो एफकॉन्स के एक कर्मचारी की बेटियों के नाम पर हैं।
इतनी मुश्किल शुरुआत :
इस प्रोजेक्ट की दो सबसे बड़ी चुनौतियां थीं। पहली खुदाई के लिए सही मिट्टी का चुनाव और दूसरी टीबीएम की सेफ्टी। कोलकाता में हर 50 मी. दूरी पर अलग-अलग तरह की मिट्टी मिलती है। टनल के लिए सही जगह पहचानने के लिए मिट्टी के सर्वे में ही 6 महीने गुजर गए। फिर 3 से 4 बार सर्वे के बाद तय हुआ कि हावड़ा ब्रिज से हुगली नदी के तल से 13 मी. नीचे की मिट्टी में टनल बन सकती है।
दुनिया में सबसे गहराई वाला रेलवे स्टेशन :
अंडरवॉटर मेट्रो रूट ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का हिस्सा है, जिसमें हावड़ा मैदान से एस्प्लनेड तक 4.8 किमी रूट बनकर तैयार है। इसमें 4 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं- हावड़ा मैदान, हावड़ा स्टेशन, महाकरण और एस्प्लनेड। हावड़ा स्टेशन जमीन से 30 मी. नीचे बना है। ये दुनिया में सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन है। अभी पानी के नीचे मेट्रो रूट लंदन और पेरिस में ही बना है।
और ये हादसा हुआ..
2017 में पानी में सुरंग बनाने का काम शुरू किया गया था। टनल की खुदाई का काम 125 दिन में पूरा होना था, लेकिन उसे 67 दिन में पूरा कर लिया गया। 1 सितंबर, 2019 को TBM चंडी सियालदह से करीब आधा किमी दूर थी, तभी एक बड़े पत्थर से टकरा गई। इससे बड़े पैमाने पर मिट्टी भर गई और बहू बाजार की कई इमारतें क्षतिगस्त हो गईं। इस घटना ने सभी को हिलाकर रखा दिया था। सैकड़ों परिवारों को होटलों में शिफ्ट करना पड़ा। हाईकोर्ट ने काम रोक दिया। जब कुछ महीने कोई धंसाव नहीं हुआ तो फरवरी 2020 में फिर काम शुरू हुआ।
40 साल बाद फिर बनाया इतिहास :
वर्ष 1984 में देश की पहली मेट्रो ट्रेन कोलकाता में चली थी। आज देश की पहली under water metro भी यहीं चल रही है। ऐसे में बंगाल ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है।