LOKSABHA : बीच में मोदी उठे, शिवराज तमतमाये, राजनाथ-अमितशाह ने आरोप लगाये
- Rahul Gandhi का तीर-शहीद का दर्जा और पेंशन का हकदार क्यों नहीं अग्निवीर
- NEET को कॉमर्शियल एक्जाम बना दिया, गरीब के बच्चे मेडिकल कॉलेज में नहीं पहुंच सकते
- अयोध्या ने दे दिया मोदी-बीजेपी को संदेश
- हिन्दू समाज पर बीजेपी का ठेका नहीं
- लोकसभा अध्यक्ष को भी पक्ष-विपक्ष के साथ समान व्यवहार के नसीहत
- राहुल की हर बात पर हंगामा
- सदन में शिवजी का फोटो दिखाया, इस पर भी बहस छिड़ गई
RNE NETWORK .
रविवार को लोकसभा ने राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सरकार को जमकर घेरा। अग्निवीर, किसान, महंगाई सहित कई मुद्दों पर उनके तंज इतने तीखे थे कि गृहमंत्री अमितशाह, रक्षामंत्री राजनाथसिंह बीच-बीच में आपत्ति जताने उठे। एमएसपी के मुद्दे पर शिवराजसिंह तो तमतमाते नजर आए। राहुल ने हिन्दू और सनातन के मुद्दे पर भी भाजपा पर निशाना साधा।
इसके साथ ही अयोध्या में भाजपा की हार पर जमकर चुटकियां ली। एकबारगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके भाषण के बीच खड़े हुए। गृहमंत्री अमितशाह ने अध्यक्ष ओम बिरला से मुखातिब हो नियमों का हवाला देते हुए मांग उठाई -नेता प्रतिपक्ष ने गलत बयानी की। ट्रेजरी बैंच की ओर से इस पर आपत्ति आई है। नियमानुसार उन्हें अपने आरोपों को सत्यापित करने का आदेश दें।
जानिये किस मुद्दे पर क्या बोले राहुल :
महंगाई का डर, महिलाओं को मार :
सुबह सात-आठ बजे की बात थी। भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे थे। एक महिला आती है। मेरा हाथ पकड़ती है। मुझे कहती है, मेरा पति मार रहा है? मैंने पूछा -क्यूं? बोली सुबह का खाना नहीं दे पाई। खरीद नहीं पाई, महंगाई है। इसलिये मुझे मार पड़ती है। मैंने कहा, बहिन कैसे आपकी मदद करूं। बोली आप कुछ मत कीजिये सिर्फ यह याद रखिये कि महंगाई के कारण हर दिन हजारों महिलाओं की पिटाई हो रही है। गैस सिलैंडर, महंगाई को आपने गरीबों को महिलाओं को डराने का काम किया। शिवजी कहते हैं, डरो मत, डराओं मत। आपने हिन्दुस्तान की महिलाओं का हर रोज महंगाई से डराया है।
अग्निवीर : जान दी पर शहीद नहीं, यूज एंड थ्रो
कुछ दिन पहले मैं पंजाब में अग्निवीर के परिवार से मिला। छोटा-सा घर था। लैंडमाइन ब्लास्ट में अग्निवीर शहीद हुआ। मैं उसे शहीद कह रहा हूं लेकिन भारत की सरकार उसे शहीद नहीं कहती। नरेन्द्र मोदी उसे शहीद नहीं कहते । अग्निवीर कहते हैं। वे बेचारे बैठे थे। तीन बहिने थी। रो रही थी। शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा। पेंशन नहीं मिलेगी। अग्निवीर यूज एंड थ्रो। एक जवान और दूसरे जवान के बीच में फर्क करते हो। एक को पेंशन मिलेगी, शहीद का दर्जा देंगे। दूसरे को नहीं। फिर अपने आप को देशभक्त कहते हो।
हंगामा : राजनाथ, अमितशाह खड़े हुए
राहुल के इस आरोप पर राजनाथ सिंह खड़े हो गये। बोले- गलतबयानी करके सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। कहा, अग्निवीर की मौत पर एक करोड़ रुपये देते हैं।
राहुल ने पलटवार किया :
राजनाथसिंहजी की एक राय है। मेरी एक राय है। सच्चाई अग्निवीरों को मालूम है। मुझे बोलने की जरूरत नहीं है। सब जानते हैं, अग्निवीर को शहीद का दर्जा मिलता है या नहीं, पेंशन मिलती है या नहीं।
अमित शाह बोले- माफी मांगे राहुल :
इस मुद्दे पर हंगामा इतना बढ़ा कि गृहमंत्री अमित शाह उठ खड़े हुए। कहा- विपक्ष के नेता और रक्षामंत्री का इस मुद्दे पर अलग-अलग बयान आया है। वे कहते हैं, एक करोड़ रूपए नहीं मिलता। राजनाथसिंहजी ने स्पष्ट कहा, एक करोड़ रूपए मिलता है। उनको फैक्चुअल पॉजीशन रखनी चाहिये। ये सदन झूठ बोलने की जगह नहीं है। गर ये नहीं रखते हैं या अपने स्टेटमेंट का सत्यापन नहीं करते हैं तो सदन और देश के साथ ही अग्निवीरों से माफी मांगनी चाहिए। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से शोर-गुल होता नजर आया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने रक्षामंत्री के बारे में नेता प्रतिपक्ष की ओर से हल्का स्टेटमेंट देने का आरोप लगाया। इस बीच जब राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अग्निवीर योजना प्रधानमंत्री के दिमाग की योजना थी तो फिर राजनाथसिंह खड़े हो गाये। इसके लिए अपनाई गई पूरी प्रक्रिया का जिक्र किया।
आपकी पॉलिटिक्स ने मणिपुर को जला दिया :
राहुल गांधी बोले, पहली बार हिन्दुस्तान की हिस्ट्री में जनता से स्टेट्स छीने गये। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख से स्टेट छीना। मणिपुर को सिविल वॉर में डुबा दिया। आपकी योजनाओं और आपकी पॉलिटिक्स ने मणिपुर को जला दिया है। आज तक हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गये हैं। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री के लिये मणिपुर स्टेट ही नहीं है। वहां सिविल वॉर है ही नहीं। मैं वहां गया। कुकीज और मैतेई दोनों से मिला। एक औरत मेरे पास आई, वो कहती है मेरी आंखों के सामने मेरे बच्चे को गोली मारी। मैं भागना नहीं चाहती थी। उसके साथ मरना चाहती थी। मुझे घसीटकर ले जाया गया। उसने मुझे अपने बच्चे की फोटो दिखाई। आपको शर्म आनी चाहिये।
NEET : कॉमर्शियल एग्जाम बना दिया, गरीब के बच्चे नहीं पढ़ सकते
प्रोफेशनल एग्जाम को कॉमर्शियल एग्जाम में बदल दिया है। नीट में एक टॉपर हो सकता है, एक्सेलेंट स्टूडेंट हो सकता है अगर उसके पास पैसा नहीं है तो मेडिकल कॉलेज मे नहीं जा सकता। पूरा एग्जाम अमीर बच्चों के लिये बना दिया।
किसान : किसान शहीद हुए, मौन तक नहीं रखा
किसानों को डराने के लिए तीन नये कानून लाये। प्रधानमंत्री ने कहा, आपके फायदे के कानून है। सच्चाई यह थी कि वे अडाणीजी-अंबानीजी के फायदे के कानून थे। हिन्दुस्तान के सारे किसान खड़े हो जाते है। आप उनसे बात नहीं करते। उनको आतंकवादी कहते हो। राहुल के इस बयान पर गृहमंत्री अमितशाह खड़े हो गये। लोकसभा अध्यक्ष से बोले- मैं समझ रहा हूं कि विपक्ष के नेता के नाते पहली बार बोल रहे हैं लेकिन नियम के बाहर नहीं जा सकते। नियमों के ऊपर जाकर रियायत दे रहे हो। हमें संरक्षित कीजिये। इसी दौरान राहुल गांधी ने किसानों के लिए एमएसपी का मुद्दा उठाया तो मंत्री शिवराजसिंह ने खड़े होकर उनके बयान का विरोध किया।