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भगवान महावीर जयंती : भक्तामर पाठ, पक्षाल-चंदन पूजा, अहिंसा रैली, ध्वजा चढ़ाई

RNE, Bikaner.

भगवान महावीर की जयंती पर रविवार को उनके मंदिरों में पूजा, पक्षाल, प्रतिमाओं के विशेष अंगी व भक्ति संगीत के आयोजन हुए। बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने सामयिक, प्रतिक्रमण व एकासना तथा परमात्मा का जाप व वंदना की।

बैदों के महावीरजी में खास पूजा : 

बैदों के चौक के छह शताब्दी प्राचीन महावीरजी मंदिर में उनके जन्म कल्याणक पर सामूहिक भक्तामर पाठ, पक्षाल एवं चंदन पूजा, शांति स्नात्र एवं शांति कलश, ध्वजारोहण, भगवान महावीर स्वामी की पंच कल्याणक पूजा, 108 दीपक की आरती व उसके बाद भक्ति संध्या का आयोजन हुआ।

बैदों का महावीरजी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार बैद व सचिव भूपेन्द्र बैद ने बताया कि स्वर्ण विलेपित भगवान महावीर स्वामी, सहस्त्रफणा पार्श्वनाथ, शंखेश्वर पार्श्वनाथ, शांतिनाथ, चन्द्र प्रभु, श्री मणिभद्रवीर व चक्रेश्वरी माता के मंदिर में ध्वजा चढ़ाई गई। ध्वजा चढ़ाने का लाभ बैद, सोनावत व भंडावत जैन परिवारों ने लिया। इन परिवारों के श्रावक-श्राविकाओं ने सिर पर ध्वज लेकर मंत्रोजाप करते हुए परिक्रमा करने के बाद गुम्बज पर ध्वज चढ़ाए।

पार्श्वचन्द्र गच्छ मंदिर-आसानियों का चौक : 

श्री पार्श्वचन्द्र जैन श्वेताम्बर गच्छ के भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में साध्वीश्री पद्मप्रभा व सुव्रताश्रीजी के सान्निध्य में भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव व श्री अरिहंत जैन मंडल के 25 वर्ष पूर्ण होने पर भक्ति भाव से परमात्मा का जन्म कल्याणक मनाया गया। परमात्मा की प्रतिमा पर चांदी की विशेष अंगी की गई तथा शांतिधारा अभिषेक किया गया।

पार्श्वचन्द्र गच्छ संघ के अध्यक्ष रविन्द्र रामपुरिया व सचिव प्रताप रामपुरिया ने बताया कि श्री अरिहंत जैन मंडल के कुलदीप सुराणा व संजय बोथरा के नेतृत्व में शांति धारा अभिषक के अनुष्ठान किया गया। औषधियुक्त जल एवं बीज मंत्रों के उच्चारण से शांति धारा अभिषेक सुश्रावक सौरभ राखेचा व वीरेन्द्र बांठिया पप्पाजी ने विधि विधान से भक्ति गीतों के साथ अभिषेक करवाया। पार्श्वचन्द्र महिला मंडल की ओर से भी भक्ति गीत प्रस्तुत किए गए।

बोहरों की सेरी : 

श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में खरतरगच्छ ज्ञान वाटिका के बच्चों ने मुकीम बोथरा मोहल्ले की बोहरों की सेहरी (गली) में भक्तिगीतों के साथ सामूहिक स्नात्र पूजा की। रविवारीय पूजा के समन्वयक पवन खजांची व ज्ञानजी सेठिया, ज्ञान वाटिका की सुनीता नाहटा के नेतृत्व में बच्चों ने भगवान महावीर स्वामी सहित 24 तीर्थंकरों का जन्म कल्याणक मनाया। शांति कलश स्थापित कर सबके मंगलमय जीवन की कामना की गई। मंदिर में अंगी रचना व 108 दीपों की आरती की गई। भक्ति संगीत संध्या आयोजित की गई। डागा प्रोल के सामने के भगवान महावीर स्वामी के मंदिर में भी अनेक श्रावक-श्राविकाओं ने पूजा की। पूजा में शामिल बच्चों का रूपचंद भंवर लाल खजांची, भीखम चंद नाहटा, ज्ञानजी सेठिया, सूरजमल पूगलिया, हनुमान दास, ललितजी सिपानी, हेमराज, मुकेश छाजेड़ व मेहरचंद, राजेन्द्र व पवन खजांची परिवार की ओर से प्रभावना से सम्मानित किया गया।


दिगम्बर जैन नसियाजी-पुरानी जेल रोड पर स्थित दिगम्बर जैन नसियाजी के भगवान महावीर स्वामी के मंदिर पूजा व पक्षाल का हुआ। पूजा के बाद दिगम्बर जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं ने भगवान महावीर के आदर्शों के तेल चित्र, रथ के साथ अहिंसा रैली निकाली । श्री दिगम्बर जैन प्रबंध समिति (ट्रस्ट) के सचिव धनेश जैन ने बताया कि रैली भुजिया बाजार के महात्मा चौक स्थित दिगम्बर जैन समाज के मूल नायक भगवान पार्श्वनाथ व भगवान महावीर स्वामी के मंदिर होते हुए गौड़ी पार्श्वनाथ पहुंची। अहिंसा रैली में महिलाएं भक्ति गीतों के साथ एक सी पोशाक में नृत्य कर रहीं थी। वहीं श्रावक भगवान का जयकारा लगा रहे थे। बैड पार्टी नवकार महामंत्र की धुन बजा रही थी।