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Mahakumbh : भगदड़ में मौतों का आंकड़ा 40 तक, अभी और बढ़ सकती है संख्या!

RNE Prayagraj.

प्रयागराज महाकुंभ के संगम नोज पर हुए हादसे का दर्द लगातार बढ़ रहा है। भगदड़ में अब तक लगभग 40 मौतों की जानकारी सामने आ चुकी है। यह आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि दबे-कुचले लोगों के हॉस्पिटल पहुंचने और हॉस्पिटल में उनकी हालत बिगड़ने की सूचना लगातार मिल रही है। हॉस्पिटलों के अहातों में जहां दर्द चीखों और सिसकियों में बदल रहा है वहीं श्रद्धा और सांत्वना मिलकर आर्तनाद में ‘हर-हर महादेव’ का उद्घोष लगा रही है।

सिसकियों के बीच सांत्वना दी जा रही है वहीं पूरे परिसर में माइक अनाउंस हो रहा है कि अमृत स्नान स्थगित कर दिया गया है। लोगों को हिदायतें दी जा रही है। प्रशासन और सुरक्षा बंदोबस्त पूरी तरह चाक-चौबंद हैं और आस-पास के जिलों से लोगों को प्रयागराज आने से रोका गया है। यहां पहले से मौजूद लोग अपनी-अपनी ट्रेनों या बसों की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे मंे पार्किंग और स्टेशन के रास्तों पर भीड़ लगी है।

हादसे की दर्दनाक तस्वीरें पांटून पुल के आस-पास अब भी नजर आ रही है। छूटी-टूटी चप्पले, कपड़े, थैले, खाने का सामान, किसी बच्चे का खिलौना आदि उन बैरिकेड्स के पास दिख रहा है जहां लोग दबे-कुचले।

इन सबके बीच बार-बार उद्घोष लग रहे हैं ‘हर-हर महादेव’ ‘हर-हर गंगे’। इन जयघोषों में दर्द भी छिपा दिख रहा है। मानो भोलेनाथ से आर्त पुकार हो रही है कि हे प्रभु पुण्यलाभ दे ओर अकाल मौतों को रोक दे।

दरअसल संगम तट पर बीती देर रात भगदड़ मच गई। लगभग 40 लोगों की मौत होने की खबर है। 70 से ज्यादा घायल हैं। प्रशासन ने अभी तक मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी। चूंकि महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 9 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।